राम गोपाल यादव की विवादास्पद टिप्पणी: CJI के प्रार्थना वाले बयान पर प्रतिक्रिया

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के एक हालिया बयान पर समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने विवादित प्रतिक्रिया दी है। चंद्रचूड़ ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद फैसले के संदर्भ में कहा था कि जब वह निर्णय लेने में असमर्थ थे, तब उन्होंने भगवान से प्रार्थना की, जिसने उन्हें सही निर्णय लेने में मदद की। इस पर राम गोपाल यादव ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि “तमाम *** इस तरह की बात करते रहते हैं,” यह दर्शाते हुए कि वह इस विचार को गंभीरता से नहीं लेते।
यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी ने अपने कार्यों में भूतों का जिक्र किया, तो वे अंततः जनसंख्या के प्रति समस्याएं उत्पन्न करते हैं। उनके अनुसार, जब किसी समस्या का समाधान ठोस तर्कों से नहीं किया जाता, तो ऐसी बेतुकी बातें सामने आती हैं। इसके अलावा, उन्होंने बहराइच में हाल ही में हुई सांप्रदायिक घटना पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि “कोई सांप्रदायिक दंगा हो नहीं रहा है; दंगा कराया गया है,” यह आरोप लगाते हुए कि कुछ तत्व जानबूझकर ऐसी स्थितियाँ उत्पन्न कर रहे हैं।
राम गोपाल यादव ने कहा कि यदि किसी के घर पर चढ़कर उनकी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया जाए, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? उनका यह बयान एक चेतावनी के रूप में भी देखा जा सकता है, जिसमें वे सत्ता के मद में चूर लोगों की निंदा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है, तो वह स्थिति गंभीर हो जाती है और इसके परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
यादव ने सरकार की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए, जिसमें आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने का जिक्र किया गया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दंगा किया, उनमें से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया, जबकि यह सब कुछ सार्वजनिक रूप से देखा गया। इस प्रकार, उनकी प्रतिक्रिया ने न केवल मुख्य न्यायाधीश के बयान पर सवाल उठाया, बल्कि बिहार में बढ़ती सांप्रदायिक तनावों और शासन के प्रति उनके असंतोष को भी उजागर किया।
इस विवादित बयान से यह स्पष्ट है कि समाजवादी पार्टी ने न केवल न्यायपालिका के प्रति अपनी धारणा व्यक्त की है, बल्कि राजनीतिक संवाद में भी तीखी टिप्पणियों की सीमा को पार किया है।