DELHI NEWS: दिल्ली में प्रदुषण के कारण सुबह मार्निंग वाक करने से बचें; डॉक्टरों की सलाह, पढ़ें क्या सावधानियां बरतें

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सुबह की सैर और खुली जगह में व्यायाम करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। शोध में पाया गया है कि प्रदूषण के कारण पीएम 2.5 पीएम 10 और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे छोटे कण-कण ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।



सांस हृदय डायबिटीज हाइपरटेंशन जैसी पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों बुजुर्गों को इससे बचना चाहिए। राजधानी में प्रदूषण बढ़ रहा है और कई इलाकों में एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है। ऐसे में डॉक्टर बताते हैं कि अभी सुबह का सैर सेहत बिगाड़ सकता है। शोध में भी यह बात साबित हो चुकी है कि प्रदूषण अधिक होने पर पीएम 2.5, पीएम 10 से छोटे कण-कण और नाइट्रोजन आक्साइड का थोड़े समय का दुष्प्रभाव भी ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। इससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है।

स्वीडन के विशेषज्ञों के साथ मिलकर पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई), क्रोनिक रोग नियंत्रण केंद्र द्वारा किए गए एक समीक्षात्मक अध्ययन में यह बात कही गई है। इसलिए डाक्टरों का कहना है कि इन दिनों सांस, हृदय, डायबिटीज, हाइपरटेंशन सहित विभिन्न पुराने रोगों से पीड़ित लोगों, बुजुर्ग व बच्चों को सुबह को सैर करने व खुली जगह में व्यायाम नहीं करना चाहिए।

हृदय गति अनियंत्रित होने से कार्डियक अरेस्ट की आशंका

एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राकेश यादव कहा कि कई और भी अध्ययन हुए हैं जिसमें यह बात साबित हो चुकी है प्रदूषण के कारण फेफड़े व हृदय दोनों की बीमारियां बढ़ जाती हैं। कई बार हृदय गति अनियंत्रित होने से कार्डियक अरेस्ट की भी आशंका रहती है।

प्रदूषण का दुष्प्रभाव अधिक रहने की संभावना

इसका कारण यह है कि प्रदूषक बढ़ने पर पीएम 2.5 और सूक्ष्म कण सांस के जरिये फेफड़े और ब्लड में प्रवेश कर जाते हैं। इस वजह से धमनियों में ब्लाकेज होने की समस्या हो सकती है। इस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। प्रदूषण सुबह व शाम के वक्त अधिक रहता है। इस दौरान प्रदूषण का दुष्प्रभाव अधिक रहने की संभावना होती है। इसलिए प्रदूषण अधिक होने पर सुबह शाम खुली जगह में व्यायाम नहीं करना चाहिए। दिन चढ़ने के साथ प्रदूषण कम होने पर व्यायाम कर सकते हैं। इसके अलावा घर में भी व्यायाम किया जा सकता है। जीबी पंत अस्पताल के कार्डियोलाजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. यूसुफ जमाल ने कहा कि स्वस्थ लोग अभी मास्क लगाकर सुबह में सैर कर सकते हैं। लेकिन पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को अभी सुबह में सैर व खुली जगह व्यायाम करने से बचना चाहिए।

एन- 95 मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए

डॉक्टर बताते हैं कि लंबे समय तक प्रदूषण के दुष्प्रभाव से धमनियां सख्त हो सकती हैं। इससे हार्ट अटैक व स्ट्रोक हो सकता है। घर से बाहर जाते समय प्रदूषण से बचाव के लिए एन-95 मास्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। कपड़े के मास्क से प्रदूषण से पूरी तरह बचाव नहीं होता।

 

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