दिवाली से पहले दिल्ली में पटाखों पर फिर से बैन

सर्दी की आहट के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण की चर्चा शुरू होने लगती है। दिल्ली सरकार से सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण को देखते जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसके लिए दिल्ली में एक बार फिर पटाखों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई। दिल्ली सरकार ने प्रतिबंध को लेकर निर्देश जारी किया है। इसके मुताबिक आज से यानी 14 अक्टूबर से लेकर 1 जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक रहेगी। दिल्ली सरकार ने इसके लिए सभी से सहयोग की अपील की है।

आदेश के मुताबिक यह प्रतिबंध पटाखों की ऑनलाइन खरीद-बिक्री पर भी लागू रहेगा। दिल्ली पुलिस को आदेश लागू कराने के साथ ही हर रोज की ऐक्शन रिपोर्ट दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को देने के लिए कहा गया है।

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र समेत लगभग उत्तर भारत में सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है। दिल्ली में पटाखे और पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से सांसों पर संकट बढ़ गया है। छह राज्यों में पराली जलाने का आंकड़ा 1500 के पार पहुंच गया है। पंजाब में सबसे ज्यादा 700 मामले सामने आए हैं। इधर, दशहरा में जगह-जगह पुतला दहन और आतिशबाजी से हवा में प्रदूषक कणों में तेज वृद्धि दर्ज की गई है।

कहां कितना AQI

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 220 यानी ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शनिवार को 155 था, जो रविवार को 224 के पार पहुंच गया। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। आनंद विहार की हवा सबसे खराब श्रेणी में रही। यहां का एक्यूआई 377 के अंक पर यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा। एनसीआर में गाजियाबाद का एक्यूआई 265 अंक दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले छह दिनों तक वायु गुणवत्ता मध्यम से खराब श्रेणी के बीच रहने का अनुमान है। वायु गुणवत्ता पर तैयार किए गए डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के मुताबिक, दिल्ली की हवा में अभी वाहनों से निकलने वाले धुएं की सबसे बड़ी हिस्सेदारी बीस फीसदी है। इसके बाद, उद्योग, आवासीय क्षेत्र, निर्माण क्षेत्र और एनसीआर के जिलों से आने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी है।

औचक निरीक्षण करेंगे

गोपाल राय ने कहा कि वे खुद भी निर्माण स्थलों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली की हवा साफ करने में दिल्ली वालों की बड़ी भूमिका है। इसलिए दिल्ली के सभी लोगों को अपने मोबाइल पर ग्रीन दिल्ली ऐप इंस्टॉल करना चाहिए। राय ने अपील की कि दिल्ली के लोग जहां भी प्रदूषण होते हुए देखें, उसकी फोटो खींचकर मोबाइल ऐप पर अपलोड करें, जिससे कि समय रहते उस पर कार्रवाई की जाए और प्रदूषण के स्रोत पर लगाम लगे।

 

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