उपचुनाव से पहले CPI में बड़ा विस्फोट! नेताओं का सामूहिक इस्तीफा
बिहार में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) को बड़ा झटका लगा है। शेखपुरा में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस्तीफा दे दिया, जिनमें जिला सहायक मंत्री धर्मराज कुमार भी शामिल हैं। धर्मराज कुमार ने पार्टी के जिला सचिव प्रभात पांडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि पांडे ‘पहाड़ का ठेका’ लिए हुए हैं और पार्टी के नाम पर गलत काम कर रहे हैं।
CPI के भीतर बढ़ता असंतोष, चापलूसी और परिवारवाद के आरोप
धर्मराज कुमार ने पार्टी छोड़ते हुए कहा कि उन्होंने कई बार राज्य के नेताओं से शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि CPI के शीर्ष नेता चापलूसी और परिवारवाद में लिप्त हैं, जिससे जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है।
धर्मराज कुमार ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा देते हुए साफ किया कि वे फिलहाल किसी अन्य दल में शामिल नहीं हो रहे हैं और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। उनके साथ राज्य परिषद सदस्य गणेश रविदास, अजय चौधरी, छोटे रविदास, बिरजू पासवान और विनोद राम ने भी पार्टी छोड़ दी है।
CPI पर इस्तीफों की मार, 17 नवंबर को बड़ी बैठक
इस्तीफों के बाद CPI की बिहार राज्य परिषद की बैठक और CPI(M) का प्रखंड स्तरीय सम्मेलन 17 नवंबर को नगरनौसा में आयोजित किया जाएगा। पार्टी के लिए यह इस्तीफे एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं, खासकर उपचुनाव से पहले।
क्या CPI इन इस्तीफों के झटके से उबर पाएगी या यह पार्टी के लिए बड़े संकट का संकेत है?