वाराणसी मौसम: 162 साल में तीसरी बार काशी में इतनी सर्दी, पारा @31.2; फरवरी में बढ़ेगी गर्मी

वाराणसी मौसम: 162 साल में तीसरी बार काशी में इतनी सर्दी, पारा @31.2; फरवरी में बढ़ेगी गर्मी

बनारस का जनवरी महीना अप्रैल जैसा तपा। है। बीते 162 साल में तीसरी बार बृहस्पतिवार को काशी का पारा सबसे ज्यादा 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ये सामान्य से 6.7 डिग्री ज्यादा था। इससे पहले जनवरी 2013 में 32.5 डिग्री और जनवरी 2007 में तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था।

वहीं, इस साल जनवरी के महीने में बारिश का आंकड़ा 10 गुना तक घट गया है। सामान्य से 91 प्रतिशत कम बारिश हुई। औसतन 75 दिन में सर्दी के महीने में 5 दिन भी शीतलहर नहीं पड़ी। शुक्रवार को जिले में अधिकतम 9 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। हवा में नमी महज 54 फीसदी रही। न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।

यूपी आंचलिक मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि फरवरी में गर्मी तेजी से बढ़ेगी। अब शीतलहर की भी कोई संभावना नहीं बन रही है। उन्होंने कहा कि सन 1863 से ही मौसम के आंकड़ों पर अध्ययन किया जा रहा है।
उस समय से आज तक काशी में तीन ही बार जनवरी के महीने के तापमान में इतना उछाल आया है। सबसे खास बात ये है कि ये तीनों रिकॉर्ड 21वीं सदी के हैं। ये तापमान बताता है कि ये शताब्दी ज्यादा गर्म साबित होगी।
डॉ. सिंह ने कहा कि जनवरी महीने में वाराणसी जिले में कुल 13 मिलीमीटर की बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार सिर्फ 1.2 एमएम बारिश ही हुई। वहीं, फरवरी में न तो बारिश होने की उम्मीद है और न ही कोल्ड वेव की।
कड़ाके वाले ठंड के दिन भी लद गए। जनवरी महीने में हर दिन अधिकतम तापमान अमूमन 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता था। ये आईएमडी के 30 साल के अधिकतम तापमान के आंकड़ों का औसत है। जबकि इतने ही समय में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री तक गया है। 18 दिन तक घना कोहरा पड़ता ही है। जबकि इस साल जनवरी में 15 दिनों तक अधिकतम तापमान 22-25 डिग्री से ज्यादा रहा। घना कोहरा भी 10 दिन ही पड़ा होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हो सकता है आप चूक गए हों