महाकुंभ की विश्वभर में प्रशंसा, हादसा दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन मनोबल बनाए रखें

मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद बृहस्पतिवार को महाकुंभ नगर आए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह तथा डीजीपी प्रशांत कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। साथ ही वसंत पंचमी स्नान पर्व की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्हाेंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अफसरों का हौसला भी बढ़ाया।
मुख्य सचिव ने कहा कि महाकुंभ की डेढ़ साल से तैयारी की जा रही है। इसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। मौनी अमावस्या पर हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन निराश होने की जरूरत है। आयोजन को लेकर पूरी तैयारी थी। घटना के पीछे भारी भीड़ रही। इस घटना को झुठलाया तो नहीं जा सकता है लेकिन अब आगे देखने की जरूरत है।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अनुभवी अफसर भी भेजे गए हैं। उनकी मदद से वसंत पंचमी अमृत स्नान पर्व की तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि वसंत पंचमी तथा अन्य दिनों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। तैयारी के लिए अब दो दिन शेष हैं। अमृत स्नान श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाना है।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने भी घटना को दुखद बताया। यह घटना सभी के लिए शाॅकिंग है। अब हमें बसंत पंचमी के अमृत स्नान को जीरो एरर बनाना है। इसके लिए यदि विशेषज्ञों की मदद लेनी हो तो ली जाए। डीजीपी ने कहा कि जिन स्थलों पर सर्वाधिक भीड़ है, वहां ज्यादा से ज्यादा अधिकारी फोर्स के साथ मौजूद रहें। बॉर्डर एरिया में एसपी स्तर के अधिकारियों को तैनात किया जाए।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह तथा डीजीपी प्रशांत कुमार ने हादसे वाले स्थान का निरीक्षण करने के साथ संगम नोज पर स्नान व्यवस्था को भी देखा। साथ ही जरूरी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव, डीजीपी अन्य अफसरों संग संगम तट पर करीब आधा घंटे तक। उन्होंने मौनी अमावस्या के दिन हुए हादसे वाले स्थल को देखा। साथ ही हादसे के कारणों को समझने की कोशिश की। उन्होंने अफसरों को इससे सबक लेते हुए इंतजाम करने के निर्देश दिए। दोनों अफसरों ने मचान पर चढ़कर भी स्नान घाट, सर्कुलेटिंग एरिया करने के साथ स्नान व्यवस्था देखी।
समीक्षा बैठक में यूपीपीसीएल के चेयरमैन आशीष गोयल, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, एडीजी भानु भास्कर, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, डीआईजी वैभव कृष्ण, एसएसपी राजेश द्विवेदी मौजूद रहे।