महाकुंभ 2025: त्रिवेणी घाट पर दिव्यांगों के लिए मुफ्त कृत्रिम अंग और चिकित्सा सेवाएं
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन किया गया है, जहां भारी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी घाट पर स्नान कर रहे हैं। इस दौरान कई सामाजिक काम किए जा रहे हैं, जैसे लोगों को खाना खिलाना और कंबल बांटना। विशेष रूप से, कई दिव्यांग लोग मुफ्त इलाज और कृत्रिम अंगों के प्रत्यारोपण के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं।
जयपुर की नरवन सेवा संस्थान का योगदान
जयपुर की धर्मार्थ संस्था नरवन सेवा संस्थान ने यहां एक शिविर लगाया है, जहां दिव्यांगों की देखभाल की जा रही है और कृत्रिम अंगों के माप लिए जा रहे हैं। इस संस्थान को पोलियो प्रभावित मरीजों के उपचार और पुनर्वास संबंधी सेवाओं के लिए भी जाना जाता है।
मरीजों की राय
उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी जयशंकर कुमार, जिनके दोनों पैर गंभीर संक्रमण के कारण काटने पड़े थे, नई उम्मीद के साथ महाकुंभ पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि कृत्रिम अंग महंगे हैं और वे उनका खर्च नहीं उठा सकते। जब उन्हें पता चला कि ये अंग महाकुंभ में मुफ्त में मिलेंगे, तो उन्होंने कुंभ जाने का फैसला किया।
मुफ्त फिजियोथेरेपी और चिकित्सा सेवाएं
महाकुंभ में जयशंकर को 10 दिन तक इंतजार करने के लिए कहा गया है और उसके बाद उन्हें कृत्रिम अंग लगाए जाएंगे। तब तक वे शिविर में मुफ्त में फिजियोथेरेपी ले रहे हैं। महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल बाद होता है और इस बार के महाकुंभ की खास अहमियत है।
विशेषज्ञों की टीम
शिविर के ‘प्रोस्थेटिक ऑर्थोपेडिक’ विशेषज्ञ क्रुणाल चौधरी के अनुसार, कुंभ में चिकित्सकों, फिजियोथेरेपी विशेषज्ञों, प्रोस्थेटिक्स विशेषज्ञों, तकनीशियनों और फैब्रिकेशन दल सहित 50 लोगों की एक टीम तैनात की गई है।