लखनऊ सामूहिक हत्याकांड: हत्यारे पिता-पुत्र के मोबाइल में मिले चौंकाने वाले वीडियो, क्या है असल साजिश?

लखनऊ के सामूहिक हत्याकांड में पुलिस ने होटल के कमरे से तीन मोबाइल फोन बरामद किए थे, जिन्हें फॉरेंसिक टीम ने अपने कब्जे में लिया है। इन फोनों में कुछ वीडियो मिले हैं, जो आरोपी अरशद और उसके पिता बदरुद्दीन के बस्तीवालों के खिलाफ बयान देते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस इस पर जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि इस हत्याकांड में किसी और का हाथ था या नहीं। फिलहाल, आरोपी बदरुद्दीन की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही इस हत्या के असल कारणों का खुलासा हो सकता है।अरशद ने हत्या की वजह के बारे में कई बार बयान बदले हैं। पहले उसने कहा कि बस्ती के लोगों से विवाद था और फिर उसनेधर्म परिवर्तन को भी इसकी वजह बताया, लेकिन पुलिस को अब तक इस मामले में कुछ ठोस जानकारी नहीं मिली है। पुलिस ने यह भी पाया कि अरशद और उसके पिता बदर तीन मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे, जो वारदात के बाद होटल के कमरे में छोड़ गए थे। इन फोनों की जांच की जा रही है और यह देखने की कोशिश की जा रही है कि क्या ये वीडियो साजिश का हिस्सा थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी तस्वीर साफ होने में वक्त लगेगा।
इस बीच, पुलिस ने यह भी बताया कि बदरुद्दीन की आखिरी बार लोको चौकी के पास एक सीसीटीवी कैमरे में तस्वीर आई थी, जिसके बाद वह गायब हो गया। उसकी तलाश के लिए चार पुलिस टीमों को लगाया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने आगरा और संभल पुलिस से भी संपर्क किया है और बदर को पकड़ने के लिए अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि बदर अयोध्या या प्रयागराज भाग सकता है, हालांकि अब तक उसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।अरशद के बयान के बाद पुलिस ने बस्ती के 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की थी। उसने कहा था कि बस्ती में उसे परेशान किया जा रहा था, लेकिन इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिला। पुलिस ने बस्ती में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देखी, लेकिन किसी संदिग्ध व्यक्ति का पता नहीं चला। इसके बावजूद, एक संदिग्ध युवक की तस्वीर कैमरे में नजर आई है, जिसे पुलिस अब भी खंगाल रही है।
पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि बदरुद्दीन ने 1 जनवरी को अपनी 50 गज जमीन अलीम नामक व्यक्ति को सात लाख रुपये में बेची थी। इस लेन-देन के वीडियो भी मिले हैं, जिसमें पिता-पुत्र रुपये गिनते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस ने यह पूछा कि अगर कोई विवाद होता तो इस तरह के वीडियो क्यों बनाए जाते। इस पर पुलिस ने अलीम से भी पूछताछ की, जो इस लेन-देन में शामिल था।अब पुलिस तीनों मोबाइल फोनों की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है ताकि यह पता चल सके कि आरोपी पिता-पुत्र किससे संपर्क कर रहे थे। इसके साथ ही, पुलिस यह जांच भी कर रही है कि क्या हत्या की साजिश किसी और ने रची थी। पुलिस को यह भी शक है कि अरशद और बदर कुछ समय से बस्तीवालों के खिलाफ वीडियो बना रहे थे, जिससे यह साफ हो सके कि यह हत्या एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।
अरशद और उसके पिता ने हत्या को लेकर जो बयान दिए हैं, उनके बाद से मामले की जांच और भी जटिल होती जा रही है। अरशद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसमें उसने बताया कि मोहल्ले के लोग उसे परेशान कर रहे थे और उसकी आवाज को अनसुना किया जा रहा था, इसलिए उसने यह कदम उठाया। वीडियो में उसने कहा कि वह और उसका परिवार बहुत परेशान थे और अंत में यह कदम उठाने के लिए मजबूर हो गए थे।पुलिस अब भी बदरुद्दीन की तलाश कर रही है और उम्मीद कर रही है कि जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश होगा।