31 दिसंबर से पहले कंफर्म टिकट बुकिंग का संकट, जानें कितनी है वेटिंग लिस्ट

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नए साल पर घूमने का प्लान बना रहे यात्रियों को ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। ट्रेनों में सीटें फुल होने के चलते वेटिंग लिस्ट लगातार बढ़ रही है। ऐसे में यात्रा की योजना बना रहे लोग परेशान हैं और उनकी उम्मीदें अब तत्काल आरक्षण पर टिक गई हैं।

 

वेटिंग लिस्ट का हाल

– स्वराज एक्सप्रेस (12471): 4 जनवरी तक स्लीपर में नो रूम, वेटिंग टिकट बंद।

– सचखंड एक्सप्रेस (12715): 10 जनवरी तक नो रूम।

– हीराकुंड (20807): 10 जनवरी तक स्लीपर में 50 और एसी में 15 वेटिंग।

– उत्कल एक्सप्रेस (18477): स्लीपर में 114 और तृतीय एसी में 40 वेटिंग।

– अंडमान एक्सप्रेस (16031): 20 जनवरी तक स्लीपर में 110 और एसी में 25 वेटिंग।

– छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (18237): 5 जनवरी तक नो रूम, एसी में 30 वेटिंग।

– जीटी एक्सप्रेस (12615): 10 जनवरी तक स्लीपर में 80 और एसी में 34 वेटिंग।

– पंजाब मेल (12137): स्लीपर में 75 और एसी में 35 वेटिंग।

– गरीब रथ (12909): 15 जनवरी तक कोई सीट खाली नहीं।

 

यात्रा की योजना बनाने वालों के लिए मुश्किलें

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नए साल पर ज्यादातर यात्री दिल्ली, सूरत, जयपुर, हरिद्वार, पुरी, और अहमदाबाद जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं। जिन यात्रियों ने पहले से टिकट बुक कर लिया था, उन्हें परेशानी नहीं हो रही है, लेकिन वर्तमान में प्लान बना रहे यात्रियों को वेटिंग टिकट का सामना करना पड़ रहा है।

 

रद्द हो रही ट्रेनें और टिकट

कोहरे के चलते कई ट्रेनें निरस्त हो रही हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई है। वेटिंग की लंबी लिस्ट के कारण प्रतिदिन 100 से अधिक रिजर्वेशन रद्द हो रहे हैं।

 

रेलवे पीआरओ का सुझाव

रेलवे पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने यात्रियों को सुझाव दिया है कि वे वेटिंग टिकट की स्थिति कंफर्म होने पर ही यात्रा करें। इससे सफर के दौरान होने वाली असुविधा से बचा जा सकता है।

 

यदि आप नए साल पर यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो तत्काल आरक्षण का सहारा लें और वेटिंग टिकट कंफर्म होने पर ही यात्रा करें। समय से पहले योजना बनाना और वैकल्पिक परिवहन के विकल्पों पर विचार करना आपकी यात्रा को सहज बना सकता है।

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