बिहार के हर पंचायत में खेल मैदान: ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को मिलेगा नया मंच
मुजफ्फरपुर: खेलों के विकास को लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही सक्रिय नजर आ रही हैं। बिहार सरकार ने हर पंचायत में खेल मैदान बनाने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री ने सभी पंचायतों में खेल मैदान निर्माण का आदेश दिया है, जिसे 15 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ग्रामीण खेलों को मिलेगा बढ़ावा
योजना के तहत पंचायत स्तर पर बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन कोर्ट और रनिंग ट्रैक जैसे खेल सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय खेल मंच पर बिहार को नई पहचान दिलाना है। सरकार खेलो इंडिया योजना के जरिए प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और खेलों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है।
खिलाड़ियों को रोजगार का अवसर
खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में करियर बनाने का मौका मिलेगा। सरकार ने खेल कोटे के तहत विभिन्न विभागों में नौकरी के पद स्वीकृत किए हैं। उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मेधा के आधार पर नौकरी दी जाएगी। इससे खिलाड़ियों में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और खेल के प्रति रुचि भी बढ़ेगी।
हर पंचायत में खेल मैदान
जिले के सभी 347 पंचायतों में खेल मैदान बनाए जाएंगे। मनरेगा योजना के तहत इन मैदानों का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराया जा रहा है। जिले में कुल 387 खेल मैदानों के निर्माण पर 35.57 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मनरेगा के डीपीओ अमित कुमार ने बताया कि मैदानों को एक एकड़ से चार एकड़ तक के क्षेत्रफल में तैयार किया जाएगा।
योजना पर अमल शुरू
इन खेल मैदानों में बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल और रनिंग ट्रैक जैसी सुविधाएं होंगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है और इसे 15 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह पहल न केवल ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को मंच देगी, बल्कि राज्य के खेल के स्तर को भी बढ़ाएगी।