नदी किनारे पार्टी कर रहे युवकों की लाखों की कार अचानक बाढ़ में कागज की नाव बनकर बह गई!

युवकों की लाखों की कार अचानक बाढ़ में कागज की नाव बनकर बह गई
छत्तीसगढ़ के मैनपाट में पिकनिक मनाने आए अंबिकापुर के युवकों की कार अचानक आई बाढ़ की चपेट में बह गई। उस समय युवक खाना बनाने में व्यस्त थे, जब नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। चालक ने कार को बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। घटनास्थल पर युवकों की मदद के लिए पहुंचे लोगों ने इस हादसे का वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया।
छत्तीसगढ़ के शिमला के रूप में प्रसिद्ध मैनपाट में सालभर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। चाहे गर्मी हो या बरसात, लोग यहां पिकनिक मनाने आते रहते हैं। रविवार को भी अंबिकापुर से कुछ युवक पिकनिक मनाने पहुंचे थे, लेकिन उनके साथ ऐसी अप्रत्याशित घटना घटी, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।
दरअसल, बारिश से खुशनुमा हुए मौसम और हरियाली का आनंद लेने के लिए अंबिकापुर के कुछ युवक सरगुजा जिले के मैनपाट में पिकनिक मनाने पहुंचे थे। उन्होंने कंदरई के पास एक निर्माणाधीन पुल के नीचे अपनी कार पार्क की और पास ही एक ऊंचे पत्थर पर खाना बनाने लगे। मौज-मस्ती में डूबे इन युवकों को ज़रा भी अंदाजा नहीं था कि जल्द ही उनके साथ एक ऐसी घटना घटने वाली है, जिसे वे कभी नहीं भूल पाएंगे।
किनारे पर पार्टी कर रहे थे, तभी अचानक पीछे से बाढ़ आ गई
सभी युवक कार से उतरकर पिकनिक मनाने में मशगूल थे, तभी नदी में अचानक बाढ़ आ गई। युवकों को कुछ समझ आने से पहले ही उनकी कार पानी के तेज बहाव में बहने लगी। चालक ने गाड़ी निकालने की कोशिश की, लेकिन कार एक जगह जाकर अटक गई। जैसे-जैसे पानी बढ़ता गया, चालक ने अपनी जान बचाने के लिए कार को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर शरण ली। कार के बहने पर सभी युवक घबरा गए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे, जिससे वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसी बीच किसी ने इस घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया।
आखिर क्यों ब्रिज के नीचे गए थे?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मैनपाट के ग्राम कंदरई से गुजरने वाली घुनघुट्टा नदी पर पुल का निर्माण कार्य चल रहा था, लेकिन बारिश के कारण इसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया था। इसी अधूरे पुल के नीचे पीड़ित युवकों ने अपनी कार खड़ी कर पिकनिक मनाने की तैयारी शुरू कर दी थी।