Kapil Mishra: AAP छोड़ BJP से जुड़े, अब बने दिल्ली कैबिनेट मंत्री – जानें उनका राजनीतिक सफर

27 साल के लंबे इंतजार के बाद आज दिल्ली में एकबार फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही है। शालीमार बाग से विधायक बनीं रेखा गुप्ता के साथ छह विधायक भी मंत्री पद की शपथ ली। इनमें कपिल मिश्रा का नाम भी शामिल है।
कपिल मिश्रा भी आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने करावल नगर से दूसरी बार जीत हासिल की है। अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहने वाले कपिल मिश्रा भाजपा से पहले आम आदमी पार्टी में भी रह चुके हैं।
कपिल मिश्रा का जन्म पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में 13 नवंबर 1980 को हुआ था। उनकी मां अन्नपूर्णा मिश्रा भाजपा नेता रही हैं। वे पूर्वी दिल्ली नगर निगम की मेयर भी रहीं।
भाजपा में कपिल मिश्रा को हिंदुत्व के बड़े चेहरे के रूप में देखा जाता है। कपिल मिश्रा ने भाजपा के टिकट से करावल नगर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के मनोज कुमार त्यागी को 23,355 वोटों से हराया।
आम आदमी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे हैं कपिल मिश्रा
अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहने वाले कपिल मिश्रा को 2015 में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार में जल और पर्यटन मंत्री बनाया गया था। लेकिन केजरीवाल और सत्येंद्र जैन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद उन्हें मंत्रालय हटा दिया गया था।
आप से बगावत के बाद भाजपा में पहुंचे
कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। जिसकी शिकायत उन्होंने एसीबी में भी शिकायत की थी। लेकिन मिश्रा इसे साबित करने में असफल रहे। जिसके बाद कपिल मिश्रा को आम आदमी पार्टी ने पहले मंत्री पद से हटाया और उसके बाद पार्टी से भी बाहर कर दिया। 2019 में कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था।