चुनाव खर्च पर सख्ती: प्रचार में हर चीज़ का तय होगा दाम
चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के प्रचार खर्च पर निगरानी रखने के लिए विस्तृत सूची जारी की है, जिसमें प्रचार से जुड़ी सभी वस्तुओं और सेवाओं के निश्चित दाम तय किए गए हैं। 6 रुपये की चाय से लेकर 7 रुपये की पानी की बोतल तक, हर खर्च पर चुनाव अधिकारियों की कड़ी नजर रहेगी।
इस बार के चुनाव में उम्मीदवार अधिकतम 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकते हैं। प्रचार में हाथी का किराया 6,150 रुपये और ई-रिक्शा का किराया 757 रुपये प्रतिदिन तय किया गया है। जिला चुनाव अधिकारियों ने इन दरों को तय करने के लिए मार्केट डीलर्स, राजनीतिक दलों और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई) से विचार-विमर्श किया है।
खानपान की दरों में छोले-भटूरे 40 रुपये प्रति प्लेट, पूड़ी-सब्जी 35 रुपये प्रति प्लेट और ब्रेड पकोड़ा या समोसा 12 रुपये में मिलेगा। वाहनों की किराये की सूची में कार का दैनिक किराया 1,499 रुपये, टेंपो ट्रैवलर 7,403 रुपये और ऑटो 945 रुपये तय किया गया है।
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, उम्मीदवारों को हर दिन के खर्च का पूरा हिसाब रखना होगा। 2000 लोगों की रैली के लिए अधिकतम 30,000 रुपये और 250 लोगों की बैठक के लिए 6,150 रुपये की सीमा निर्धारित की गई है। इस फैसले का उद्देश्य चुनाव में पारदर्शिता बनाए रखना और अनावश्यक खर्चों पर लगाम लगाना है।