बिहार: पटरी पर पत्थर रख एक्सप्रेस दुर्घटना की कोशिश, लोको पायलट ने टाला हादसा

मोतिहारी में मंगलवार रात एक बड़ी रेल दुर्घटना टल गई, जब कुछ असामाजिक तत्वों ने चंपारण सत्याग्रह एक्सप्रेस को हादसे का शिकार बनाने की कोशिश की। यह ट्रेन आनंद विहार से मोतिहारी जा रही थी और उस समय इसकी गति सामान्य थी। चाइल्हा हॉल्ट के पास लोको पायलट ने ट्रैक पर रखे बड़े पत्थरों को देखा और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। उनकी सूझबूझ ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचा ली।जब ट्रेन रुकी, लोको पायलट ने तुरंत स्थिति का निरीक्षण किया और वॉकी-टॉकी के जरिए स्टेशन अधीक्षक को जानकारी दी। जांच में यह सामने आया कि असामाजिक तत्वों ने स्टेशन पर रखी कुर्सियों की पटरी को तोड़कर ट्रैक पर पत्थर रख दिए थे। यह घटना रात के समय हुई, जिससे आसपास किसी का ध्यान नहीं गया और ट्रेन रुकने से बड़ा हादसा टल गया।
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), रेल पुलिस और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रैक से बोल्डर हटा दिए। इस दौरान कुछ समय के लिए ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई।आरपीएफ पोस्ट कमांडर चंदन पासवान ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और असामाजिक तत्वों की पहचान जल्द ही कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसे रेलवे की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया और कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद यात्रियों में दहशत फैल गई, लेकिन रेलवे और पुलिस के अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई से स्थिति काबू में आ गई। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत रेलवे अधिकारियों को दें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।इस पूरी घटना ने यह साबित किया कि लोको पायलट की सतर्कता और रेलवे सुरक्षा बल की तत्परता से एक बड़ी त्रासदी को रोका जा सकता है, और साथ ही यह भी जरूरी है कि स्थानीय लोग संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दें और प्रशासन को सूचित करें।