नई गाइडलाइन के तहत शिक्षकों के स्थानांतरण, BPSC प्रधान शिक्षक के लिए क्या हैं विकल्प

बिहार सरकार ने शिक्षकों के स्थानांतरण और बीपीएससी प्रधान शिक्षक के पोस्टिंग विकल्पों को लेकर नई जानकारी साझा की है। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा टीआरई पास करने वाले शिक्षकों के लिए यह महत्वपूर्ण खबर है। सरकार ने शिक्षकों के ट्रांसफर और पोस्टिंग की प्रक्रिया में तेजी से काम करते हुए अधिसूचनाएं जारी की हैं। इसके तहत, 36947 अनुशंसित अभ्यर्थियों के लिए 13 दिसंबर 2024 तक कॉन्सिलिंग प्रक्रिया पूरी की गई थी। इन अभ्यर्थियों से तीन-तीन जिलों का विकल्प प्राप्त करने का निर्णय लिया गया है, जिसे वे ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपनी लॉगिन आईडी से भर सकते हैं। यह विकल्प अवरोही क्रम में भरने होंगे, और इसके आधार पर उन्हें जिला आवंटित किया जाएगा।
यदि किसी अभ्यर्थी को उनके चयनित जिलों में से कोई भी जिला नहीं मिलता है, तो उन्हें प्रशासनिक दृष्टिकोण से नजदीकी जिला आवंटित किया जाएगा। यह प्रक्रिया इस बात को सुनिश्चित करेगी कि सभी सफल अभ्यर्थियों को उनके अनुरूप जिला मिल सके। अभ्यर्थियों को 10 जनवरी से 20 जनवरी 2025 तक अपनी प्राथमिकता के जिलों के विकल्प भरने की समय सीमा दी गई है। यह कदम बिहार सरकार की तरफ से शिक्षकों को सही स्थान पर पोस्ट करने के लिए उठाया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिक्षकों को उनके क्षेत्र और जरूरत के हिसाब से पोस्टिंग मिले।
इसके अलावा, बिहार शिक्षा विभाग ने उन शिक्षकों के लिए मार्गदर्शिका जारी की है जो किसी विशेष कारण से स्थानांतरण के इच्छुक हैं। यह मार्गदर्शिका स्थानांतरण के लिए चार श्रेणियों में आवेदन स्वीकार करेगी। पहले चरण में, असाध्य रोग, गंभीर रोग, दिव्यांगता, मानसिक दिव्यांगता, विधवा एवं परित्यक्ता के आधार पर आवेदन को प्राथमिकता दी जाएगी। दूसरे चरण में, पति-पत्नी के पदस्थापना के आधार पर स्थानांतरण के आवेदन का निष्पादन होगा। तीसरे चरण में, महिलाओं के लिए ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापन की दूरी के कारण आवेदन स्वीकार किए जाएंगे, और चौथे चरण में पुरुष शिक्षकों से इसी कारण से प्राप्त आवेदन का निष्पादन किया जाएगा। इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक शिक्षक को उनके हालात और जरूरतों के हिसाब से उचित स्थानांतरण मिले।