महाकाल दर्शन घोटाला: छह आरोपियों में से पांच गिरफ्तार, एक फरार, कोर्ट ने एक दिन की रिमांड दी

महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन और भस्म आरती के नाम पर जालसाजी करने वालों के खिलाफ कोर्ट ने एक दिन की पुलिस रिमांड का आदेश दिया है। पुलिस अब आरोपियों से यह जानने की कोशिश करेगी कि इस घोटाले में और कौन लोग शामिल हैं। हाल ही में, पुलिस ने महाकाल मंदिर के घोटाले में जांच के बाद 6 नए कर्मचारियों को आरोपी बनाया है। इनमें से पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय में पेश किया गया।
पुलिस ने शासकीय अभिभाषक के माध्यम से आरोपियों के बैंक खाता विवरण, मोबाइल डाटा की रिकवरी और उनके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ के लिए माननीय न्यायाधीश ज्योति फुसकेले से तीन दिन का पुलिस रिमांड मांगा था, लेकिन उन्हें एक दिन के रिमांड पर भेजा गया। महाकाल थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि पहले महाकालेश्वर मंदिर में एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ था, जो भक्तों से दर्शन और भस्म आरती करवाने के नाम पर हजारों रुपये वसूलता था।
जांच के दौरान महाकाल मंदिर समिति के दो कर्मचारियों, राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इन दोनों ने छह और कर्मचारियों के नाम बताए हैं, जिनमें महाकाल मंदिर के आईटी सेल प्रभारी राजकुमार सिंह, जिला प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभा मंडप प्रभारी राजेंद्र सिसोदिया, भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, क्रिस्टल कंपनी के सुपरवाइजर ओम प्रकाश माली और जितेंद्र परमार शामिल हैं।