ताला तोड़ने में नाकाम चोर ने छोड़ा मजेदार नोट- ‘हम फिर आएंगे!’

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मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के मोरानी गांव में स्थित एक सरकारी स्कूल में चोरी का एक अनोखा मामला सामने आया है। चोरों ने स्कूल में घुसकर करीब 10 पंखे, गैस सिलेंडर, चूल्हा, दो इलेक्ट्रिक कनेक्टर बॉक्स और तीन दीवार घड़ियां चुरा लीं। इस घटना के बाद स्कूल के प्राचार्य ने चौकी प्रभारी को सूचना देकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

 

चोरों की दिलचस्प टिप्पणी और डायलॉगबाजी

 

इस घटना की सबसे अनोखी बात यह रही कि चोरों ने अपनी हताशा और हास्यप्रद अंदाज को शब्दों में जाहिर किया। चोर स्कूल के ऑफिस का ताला नहीं तोड़ पाए और गेट पर लिख दिया, “ताला मजबूत है, नाकाम मिशन।” साथ ही उन्होंने उदासी वाली इमोजी भी बना दी।

 

इतना ही नहीं, चोरों ने क्लासरूम में लगे ब्लैकबोर्ड पर सुविचार की जगह फिल्मी डायलॉग लिख डाले। उन्होंने लिखा, “हमें पकड़ने की कोशिश मत करना, चोर को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन होता है।” साथ ही धमकी भरे अंदाज में लिखा, “हम फिर आएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे, क्योंकि पकड़ लोगे हमें।”

 

कैसे हुई चोरी?

 

माना जा रहा है कि चोर छत का ताला तोड़कर स्कूल में घुसे। उन्होंने रसोईघर का सामान अस्त-व्यस्त कर दिया और कक्षाओं में लगे पंखे और अन्य सामान चुरा लिया। हालांकि, प्रिंसिपल कार्यालय का ताला तोड़ने में वे असफल रहे। उनकी यह नाकामी उनकी टिप्पणी में भी साफ झलकती है।

 

पुलिस कार्रवाई और चोरों की तलाश

 

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने केस दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आसपास के इलाकों में सुराग जुटाने की कोशिश कर रही है।

 

नुकसान और शिक्षा पर असर

 

चोरी की इस घटना से स्कूल को आर्थिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा, इस प्रकार की घटनाएं शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। स्कूल के सामान की चोरी न केवल शैक्षणिक वातावरण को प्रभावित करती है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाती है।

 

संदेश और व्यंग्य का अनोखा मिश्रण

 

इस चोरी की घटना में चोरों का व्यंग्य और मजेदार अंदाज चर्चा का विषय बन गया है। यह मामला इस बात का संकेत है कि अपराधी अब केवल चोरी नहीं कर रहे, बल्कि अपनी “कला” को मजाकिया अंदाज में पेश करने से भी नहीं चूक रहे।

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