झांसी अस्पताल हादसा, सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख देने का ऐलान

उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू (नवजात शिशु गहन चिकित्सा यूनिट) में शुक्रवार रात भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। आग के दौरान वार्ड में भर्ती 55 बच्चों में से 40 को बचा लिया गया, लेकिन यह हादसा लापरवाही और सुरक्षा प्रबंधों की खामियों को उजागर करता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतक बच्चों के परिजनों को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता और घायल बच्चों के परिवारों को ₹50,000 देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने झांसी के मंडलायुक्त और उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) को 12 घंटे के भीतर घटना की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
घटना के समय छह दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य में जुटीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग ने चंद मिनटों में विकराल रूप ले लिया, जिससे बचाव कार्य में बाधा आई। दमकलकर्मियों ने खिड़कियां तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। हालांकि, नवजात शिशुओं को बचाने में कीमती समय बर्बाद हो गया।
इस हृदयविदारक हादसे को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता एवं पूर्व सांसद चंद्रपाल सिंह यादव ने इसे मेडिकल प्रशासन की घोर लापरवाही बताया। फायर सेफ्टी उपकरण या तो खराब थे या पूरी तरह अनुपयोगी।
यह घटना मेडिकल कॉलेजों में फायर सेफ्टी और इमरजेंसी प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है। अब पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और सहायता घोषणाओं के बावजूद, पीड़ित परिवारों के लिए यह दुख असहनीय है।