यूपी में पोस्टर सियासत: “तुम बंटने का राग लिखो, हम तारीख का हिसाब लिखेंगे”, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता जारी

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “बटेंगे तो कटेंगे” बयान के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पोस्टर वार तेज हो गया है। शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यालय के बाहर एक नया पोस्टर लगाया गया, जिसमें लिखा था, “तुम बटने-कटने का राग लिखो, हम तारीख का हिसाब लिखेंगे।” इस पोस्टर में सपा नेता मोहम्मद इखलाक ने सत्तारूढ़ दल को निशाना बनाने का प्रयास किया है। स्लोगन में नफरत, महंगाई, और कानून व्यवस्था पर तंज किया गया, और इसे सपा के विकास और तरक्की के एजेंडे से जोड़ते हुए कहा गया, “तुम नफरत का योग लिखो, हम तरक्की का संयोग लिखेंगे।”
पोस्टर में सपा के प्रमुख नेताओं अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और आदित्य यादव की तस्वीरें भी शामिल की गईं, जो पार्टी के भीतर एकजुटता और संघर्ष का प्रतीक मानी जा रही हैं। वहीं, मुख्यमंत्री आवास के चौराहे पर एक अन्य पोस्टर में अखिलेश यादव के साथ ‘जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे’ का संदेश दिया गया, जिसे सपा नेता मृत्युंजय यादव और आशुतोष गुप्ता ने लगाया था। इसके बगल में भाजपा नेता अभय सिंह द्वारा “बंटेंगे तो कटेंगे” वाला पोस्टर भी लगाया गया, जो दोनों दलों के बीच तीव्र राजनीतिक संघर्ष को दर्शाता है।
इस पोस्टर वार में अब तक दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच तीखे शब्दों और स्लोगनों का आदान-प्रदान हो चुका है। खास बात यह है कि यह पोस्टर वार यूपी के नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनावों और 2027 के विधानसभा चुनावों के संदर्भ में ज्यादा अहमियत रखता है। इससे यह साफ संकेत मिलता है कि दोनों दल आगामी चुनावों के लिए अपने-अपने एजेंडों को जनता तक पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।