कुल्लू समाचार: ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कस्तूरी मृग की गणना शुरू

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कस्तूरी मृग, भूरा भालू और ब्लू शीप की गणना अभियान मंगलवार से शुरू हो गया है। यह गणना 9 नवंबर तक चलने वाली है और इस बार पार्क प्रशासन ने 11 टीमों का गठन किया है। ये टीमें पार्क के विभिन्न हिस्सों में भेजी गई हैं ताकि इन दुर्लभ प्रजातियों की संख्या का सही आकलन किया जा सके।हर साल अक्टूबर और नवंबर में इन प्रजातियों की गणना की जाती है ताकि उनकी स्थिति और संख्या का अध्ययन किया जा सके। इस बार की गणना रिपोर्ट 2025 की शुरुआत में जारी होने की उम्मीद है।
पार्क के निदेशक संदीप शर्मा ने बताया कि इस बार 30 से अधिक सदस्यों की टीमों को अलग-अलग बीटों जैसे रोला, हुमखनी, लपाह, शाक्टी, बाह और पाशी में भेजा गया है। ये टीमें कस्तूरी मृग, भूरा भालू और ब्लू शीप की गिनती करेंगी, जिससे इन प्रजातियों के संरक्षण और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी मिल सकेगी।पिछले कुछ सालों में इन प्रजातियों की संख्या में सकारात्मक बदलाव आया है। 2022-23 की गणना में ब्लू शीप की संख्या 90 से अधिक पाई गई थी, जो कि एक अच्छा संकेत है। कस्तूरी मृग की संख्या में भी वृद्धि देखी गई है।
पहले इनकी संख्या केवल दो के आसपास हुआ करती थी, लेकिन अब इनकी संख्या चार तक पहुंच गई है। कस्तूरी मृग 3,000 मीटर की ऊंचाई पर रहते हैं और पार्क में इनका वास लगभग 30 से 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में है।गणना के दौरान आवाज, दूरबीन और स्कैनिंग जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। कस्तूरी मृग की गणना उनके आवास के आसपास आवाज देकर की जाएगी, जबकि भूरा भालू और ब्लू शीप की गिनती दूरबीन या अन्य उपकरणों से की जाएगी।पार्क में शिकार पर पूरी तरह से प्रतिबंध है, जिसके कारण इन प्रजातियों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, पार्क के संवेदनशील इलाकों में 50 से अधिक ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं, और गश्त भी नियमित रूप से की जाती है ताकि किसी भी अवैध गतिविधि को रोका जा सके।