Himachal News: अब डाकिया घर पर आएगा, पेंशनभोगी का जीवन प्रमाण पत्र बनाएगा; 70 रुपये शुल्क लगेगा

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अब पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए दफ्तर जाने की जरूरत नहीं होगी।

इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) ने पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ मिलकर 2020 में एक नई सेवा शुरू की थी, जिसका नाम है जिसका नाम है डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) डोरस्टेप सेवा। इस सेवा का फायदा खासकर बुजुर्ग पेंशनभोगियों को हो रहा है, जिन्हें अब जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए पेंशन वितरण एजेंसियों के दफ्तर नहीं जाना पड़ेगा।यह सेवा पूरी तरह से आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण पर काम करती है। इसका मतलब यह है कि पेंशनभोगी को अपनी बायोमेट्रिक जानकारी देने के लिए कहीं भी बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डाकिया खुद उनके घर जाकर यह काम करेगा। इसके बाद उनका डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र तैयार हो जाएगा।

इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद पेंशनभोगियों को दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।हमीरपुर डाक मंडल के उप अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत डाकिया अब पेंशनभोगियों के घरों तक जाकर उनका डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र तैयार करेंगे। इसका मतलब यह है कि पेंशनभोगी अब इस प्रक्रिया को अपने घर पर आराम से करवा सकते हैं, बिना किसी सरकारी दफ्तर जाने की चिंता किए।

इस डोरस्टेप सेवा का सबसे बड़ा फायदा यह है कि पेंशनभोगियों को अब जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए लंबी दूरी तय करने और दफ्तरों में इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। खासकर उन बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए यह एक बड़ा राहत का कदम है, जो शारीरिक रूप से दफ्तरों में जाने में असमर्थ होते हैं।इससे न केवल पेंशनभोगियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि पूरे पेंशन वितरण की प्रक्रिया भी तेज और आसान हो जाएगी। यह सेवा पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ा कदम है, जो उनकी समस्याओं का समाधान करती है और उन्हें सरकारी प्रक्रियाओं से जुड़े जटिलताओं से राहत देती है।

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