सपा-कांग्रेस का यूपी में नया सियासी समीकरण, अखिलेश देंगे राहुल को सिर्फ यह सीट

उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होते ही राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। इन सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर सभी प्रमुख दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पहले ही अपने सहयोगी दलों के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है, जबकि विपक्षी दलों का गठबंधन “इंडिया” भी एकजुट होने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। विशेष रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन जारी है, और संभावना है कि जल्द ही दोनों दलों के बीच समझौता हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर उपचुनाव होना था, लेकिन फिलहाल 9 सीटों के लिए ही चुनावी कार्यक्रम की घोषणा की गई है। मिल्कीपुर सीट को लेकर न्यायालय में याचिका लंबित है, इसलिए इस सीट पर चुनाव की घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका वापस लेने का अनुरोध कर दिया है, जिससे भविष्य में इस सीट पर भी चुनाव की संभावना बन सकती है।
बीजेपी ने पहले ही अपने एनडीए गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान किया है। वहीं, सपा और कांग्रेस भी मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं। 18 से 25 अक्टूबर के बीच इन नौ सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया चलेगी, जबकि मतदान 13 नवंबर को होगा। चुनाव की तारीखें नजदीक आने के कारण अब सभी दलों के पास रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए सीमित समय बचा है।
इस उपचुनाव के परिणाम उत्तर प्रदेश की राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं, खासकर आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले।