UP NEWS: आगरा में साइबर अपराधियों के डिजिटल अरेस्ट कर धमकाने से दहशत; एक महिला की मौत, पुलिस का अभी तक कोई एक्शन नहीं
आगरा में डिजिटल अरेस्ट में महिला की मौत के मामले में 15 दिन बाद भी पुलिस बेसुराग है। पश्चिम बंगाल के नंबर से कॉल आई थी।
उत्तर प्रदेश के आगरा में साइबर अपराधियों के डिजिटल अरेस्ट कर धमकाने से दहशत में आईं शिक्षिका मालती वर्मा की जान चली गई थी। इस घटना को 15 दिन बीत चुके हैं। मगर, पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। इससे परिजन में रोष है। उनका कहना है कि साइबर अपराधी बेसुराग हैं। एक गैंग पकड़ा जा चुका है। दूसरे को पुलिस कब पकड़ेगी। जगदीशपुरा के अलबतिया की रहने वाली मालती वर्मा अछनेरा स्थित राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल में पढ़ाती थीं। उनके पास 30 सितंबर को व्हाट्स एप काल आया था। पुलिस अधिकारी बनकर बेटी के सेक्स स्कैंडल में फंसने की बात कहकर धमकाया था। 1 लाख रुपये की मांग की गई थी। मालती वर्मा दहशत में आ गई थीं। घर पहुंचने पर हालत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई।
परिजन ने अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। शिक्षिका के बेटे दीपांशु ने बताया कि मां की माैत के बाद वह कई बार थाने जा चुके हैं। पुलिस ने साइबर अपराधियों के नंबर की डिटेल निकलवाई है। एक नंबर पश्चिम बंगाल का निकला। दूसरा दिल्ली का था।
इन नंबरों से तीन और नंबरों पर मैसेज किए जा रहे थे। जिन नंबरों पर मैसेज किए गए, वह स्पैम नंबर थे। पुलिस अब तक सिर्फ इतना ही पता कर सकी है। इसके अलावा आरोपी काैन और कहां के हैं। यह पता नहीं चल सका है। डीसीपी सिटी का कहना है कि साइबर अपराधी फर्जी आईडी से सिम और खाते खुलवाते हैं। टीम को लगाया गया है।