ढाबों पर लोग मुझसे बेहतर गाते हैं, भारत में कोचेला से बड़ा फेस्टिवल हो सकता है

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पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और इसकी कला को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए विचार साझा किए। दिलजीत ने प्रधानमंत्री से कोचेला जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय संगीत उत्सवों की तुलना करते हुए कहा कि भारत में इससे भी बड़ा और भव्य उत्सव आयोजित हो सकता है।

 

कोचेला से बड़ा उत्सव भारत में संभव: दिलजीत दोसांझ

प्रधानमंत्री मोदी के साथ चर्चा के दौरान दिलजीत ने कहा, “हमारी संस्कृति इतनी समृद्ध है कि यह दुनिया भर के लोगों को आकर्षित कर सकती है। हमारे पारंपरिक संगीत और कला में ऐसी गहराई है जो किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना सकती है।” उन्होंने आगे कहा कि भारत के हर कोने में छिपी हुई कला को अगर सही मंच मिले, तो यह दुनिया भर के संगीत प्रेमियों को आकर्षित कर सकता है।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने की दिलजीत के अनुभवों पर चर्चा

प्रधानमंत्री ने दिलजीत से उनके बड़े संगीत समारोहों में अनुभव के बारे में पूछा। उन्होंने वहां की भाषा, शैली और भावनाओं के बारे में भी चर्चा की। दिलजीत ने बताया कि भारत के लोक संगीत और पारंपरिक कला में जो आत्मीयता और गहराई है, वह कहीं और देखने को नहीं मिलती।

 

संस्कृति और कला का महत्व

दिलजीत ने एक उदाहरण साझा करते हुए कहा, “हमारे देश में, अगर कोई ढाबे में खाना खा रहा हो और कोई व्यक्ति राजस्थानी लोकगीत गा रहा हो, तो वह इतनी खूबसूरती से गाता है कि मुझे लगता है कि मुझे गाना बंद कर देना चाहिए। उसकी आवाज और कला में गहराई है, और वह पेशेवर गायक भी नहीं है।”

 

भारत के लिए दिलजीत की इच्छा

दिलजीत ने भारत के सांस्कृतिक और पारंपरिक संगीत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश में बड़े स्तर पर उत्सव आयोजित किए जाएं, तो यह न केवल कला के लिए एक मंच बनेगा, बल्कि दुनिया भर से लोगों को भारत की समृद्ध संस्कृति से परिचित कराएगा।

 

यह मुलाकात भारतीय संस्कृति और कला को वैश्विक स्तर पर ले जाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम के रूप में देखी जा रही है।

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