17 डिग्री ठंड में BPSC अभ्यर्थियों पर वाटर कैनन और लाठीचार्ज, सरकार का सख्त रुख

पटना में बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन लगातार 13 दिनों से जारी था, और इस दौरान रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष हुआ। तापमान लगभग 17 डिग्री सेल्सियस था, जब पुलिस ने पहले वाटर कैनन से पानी की बौछार की, फिर लाठीचार्ज कर छात्रों को तितर-बितर कर दिया। इस झड़प में आठ छात्र घायल हो गए, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, और उन्हें पीएमसीएच अस्पताल भेजा गया। इसके अलावा 12 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया।आंदोलन की शुरुआत गांधी मैदान में बापू प्रतिमा के नीचे छात्र संसद से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए। इसके बाद, प्रशांत किशोर के नेतृत्व में छात्रों ने मार्च निकाला। उन्होंने मांग की थी कि बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कर फिर से परीक्षा कराई जाए।
जब छात्रों ने मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से वार्ता का प्रस्ताव ठुकरा दिया, तो प्रशांत किशोर जेपी गोलंबर से चले गए। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए और मार्च को आगे बढ़ने से रोक दिया।इससे पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हो गई, जिससे करीब तीन घंटे तक जेपी गोलंबर के पास यातायात प्रभावित रहा। कई प्रमुख सड़कों पर जाम लग गया, और वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की।आखिरकार, प्रदर्शनकारियों के हटने के बाद यातायात सामान्य हुआ। इस घटनाक्रम ने साफ कर दिया कि सरकार अब बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन के प्रति सख्त रवैया अपनाए हुए है।