अवैध निर्माण सीलिंग पर एडीए अधिकारियों और भाजपा नेताओं में टकराव
आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा अवैध निर्माणों पर की गई कार्रवाई ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। भाजपा नेताओं और एडीए अधिकारियों के बीच इस मुद्दे पर तनाव बढ़ गया है। मामले में एडीए के अधिशासी अभियंता राकेश प्रताप सिंह ने भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष शशांक शर्मा उर्फ शैलू पंडित, ब्रजक्षेत्र मंत्री गौरव राजावत समेत 40 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मारपीट और अभद्रता का मामला दर्ज कराया है।
अवैध इमारत सीलिंग से भड़का विवाद
10 मार्च को एडीए अधिकारियों ने एक अवैध निर्माण को सील कर दिया, जिसे भाजपा नेता से जुड़ा बताया जा रहा है। इस कार्रवाई से नाराज भाजपा नेता और उनके समर्थक 11 मार्च को एडीए कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों के साथ बहस करने लगे। आरोप है कि इस दौरान अधिशासी अभियंता के साथ गाली-गलौज की गई और सुरक्षा कर्मियों से धक्का-मुक्की हुई।
सूचना मिलते ही एडीए उपाध्यक्ष एम. अरुनमौली ने पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने भाजपा नेता शशांक शर्मा और गौरव राजावत समेत 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
भाजपा नेताओं का विरोध और बयान
घटना के अगले दिन, भाजपा नेता दोबारा एडीए कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से बात करने की कोशिश की। इस दौरान उपाध्यक्ष ने उन्हें कार्यालय में घुसने से रोकने के लिए गेट पर ही कुर्सी डालकर बैठ गए। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि वे केवल कार्यकर्ताओं की समस्याओं पर चर्चा करने आए थे, लेकिन उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि कानून के तहत निष्पक्ष कार्रवाई होगी और किसी भी पक्ष को कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस पूरे विवाद ने आगरा में राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि एडीए अधिकारियों ने उनके साथ गलत व्यवहार किया, जबकि एडीए का कहना है कि वे केवल अवैध निर्माणों के खिलाफ अपनी ड्यूटी कर रहे थे। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।