एएसआई महेंद्र बागरी की कर्तव्य पथ पर वीरगति: रेत माफिया के खिलाफ एक जांबाज की जंग
शहडोल, मध्य प्रदेश – अवैध रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ब्यौहारी थाने में तैनात एएसआई महेंद्र बागरी वीरगति को प्राप्त हुए। यह दुखद घटना 4 मई 2024 को हुई, जब रेत माफिया ने उन्हें कुचल दिया। उनकी शहादत से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग तेज हो गई।
घटना के बाद प्रदेश सरकार ने उनके परिवार की सहायता के लिए 1 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की, जिसे चुनाव आयोग की मंजूरी के लिए भेजा गया। बागरी की बहादुरी को सलाम करते हुए प्रशासन ने खनन माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। प्रदेशभर में अवैध खनन के खिलाफ अभियान तेज हुआ और कई अवैध खदानों पर बुलडोजर चलाए गए।
महेंद्र बागरी अपने पीछे तीन बेटियों को छोड़ गए हैं, जो अब अपने पिता की यादों के सहारे जीवन व्यतीत कर रही हैं। उनकी शहादत ने एक बार फिर यह साबित किया कि कानून की रक्षा के लिए समर्पित अधिकारी किसी भी स्थिति में अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटते।
प्रदेशभर में लोगों ने उनकी बहादुरी को सलाम किया और सरकार से मांग की कि अवैध खनन के खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।