बिहार: धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा के लिए कड़ी सुरक्षा, औरंगजेब प्रशंसा विवाद पर भड़कीं पद्मश्री शांति

बिहार: धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा के लिए कड़ी सुरक्षा, औरंगजेब प्रशंसा विवाद पर भड़कीं पद्मश्री शांति

गोपालगंज जिले के भोरे प्रखंड की हुस्सेपुर पंचायत स्थित राम जानकी मठ परिसर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है।

कथा स्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है और जिला प्रशासन पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड में है। कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के इस भव्य कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने हर स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

कथा स्थल के हर प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कथा स्थल के सभी प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। आने-जाने वाले सभी लोगों की सख्त जांच की जा रही है, ताकि कोई संदिग्ध वस्तु कथा स्थल में प्रवेश न कर सके। इसके अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के साथ कई जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को भी बुलाया गया है। पूरे क्षेत्र में पुलिस बल की कड़ी तैनाती की गई है। वहीं, जिला प्रशासन की ओर से कथा स्थल पर एक विशेष नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है, जहां डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों की विशेष निगरानी
इस आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ADM राधाकांत, हथुआ SDM अभिषेक कुमार, SDPO आनंद मोहन गुप्ता और DSP पूजा कुमारी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर तैनात हैं। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

हनुमंत कथा में लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मेडिकल कैंप स्थापित किए गए हैं, जहां चिकित्सकों की टीम 24 घंटे तैनात रहेगी। चिकित्सा पदाधिकारी रिशु कुमार ने बताया कि अगर किसी श्रद्धालु की तबीयत खराब होती है, तो तुरंत उसका समुचित इलाज किया जाएगा। एम्बुलेंस सेवाओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल सहायता दी जा सके।

पद्मश्री डॉ. शांति राय ने की हनुमानजी की आरती
हनुमंत कथा में प्रसिद्ध चिकित्सक और पद्मश्री सम्मान प्राप्त डॉ. शांति राय ने विशेष रूप से भाग लिया और हनुमानजी की आरती की। इस दौरान उन्होंने मुगल सम्राट औरंगजेब की प्रशंसा को लेकर चिंता व्यक्त की। डॉ. राय ने कहा कि औरंगजेब ने मंदिरों को ध्वस्त किया और सनातन धर्म का अपमान किया। ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा करना उचित नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में कई महापुरुष हुए हैं, जिन्होंने सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति को बचाया। हमें ऐसे महापुरुषों की प्रशंसा करनी चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि देश के लोग सनातन धर्म के हितैषियों का सम्मान करें और भारतीय संस्कृति को संरक्षित रखने में योगदान दें।

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