आगरा के युवक ने नैनीताल के प्रोफेसर से 47 लाख की ठगी, डिजिटल बंधक बनाकर रखा 18 दिन
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आगरा के 25 वर्षीय युवक ने 58 वर्षीय प्रोफेसर को साइबर धोखाधड़ी का शिकार बनाया। आरोपी ने प्रोफेसर से 47 लाख रुपये ठग लिए और उन्हें डिजिटल रूप से बंधक बनाकर रखा।
अधिकारियों के अनुसार, पीड़ित को 18 दिनों तक मानसिक और डिजिटल रूप से बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान उन्हें अपनी यूनिवर्सिटी जाने और यहां तक कि तय समय के भीतर भोजन करने के लिए भी अनुमति लेनी पड़ी। यह घटना साइबर अपराध और डिजिटल नियंत्रण के एक खतरनाक स्वरूप को उजागर करती है।
जांच में पता चला कि आरोपी ने प्रोफेसर को किसी जालसाजी के जाल में फंसाया और धीरे-धीरे उन पर मानसिक नियंत्रण बना लिया। आरोपी ने उनकी निजी और वित्तीय जानकारी का दुरुपयोग करते हुए बड़ी रकम हड़प ली।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच जारी है। यह घटना साइबर धोखाधड़ी और ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर सतर्क रहना और किसी भी अनजान व्यक्ति को निजी जानकारी न देना ही ऐसे अपराधों से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।
पुलिस ने जनता को आगाह किया है कि वे ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए साइबर सुरक्षा के नियमों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।