बिहार भूमि: साढ़े सात लाख रैयतों ने किया जमीन सर्वे के लिए स्व-घोषणा, नौ में से आठ प्रमंडलों में ऑनलाइन सर्वर शुरू

सूबे के 9 प्रमंडलों में से 8 प्रमंडलों के सर्वर ने अलग-अलग काम करना शुरू कर दिया है। बाकि 1 सारण प्रमंडल का अपना अलग सर्वर भी आज शाम तक काम करने लगेगा। इसके साथ ही कल यानि गुरूवार तक सभी प्रमंडलों के सर्वर अलग-अलग काम करने लगेंगे।
इस तकनीकी समस्या के हल होने के साथ ही भूमि सर्वे के काम में और तेजी आएगी। खासकर सर्वे अमीन द्वारा तेरीज का डाटा अपलोड करने और रैयत द्वारा स्वघोषणा को ऑनलाइन अपलोड करने में आ रही समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त का काम निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है। रैयत किसी अफवाह का शिकार नहीं बनें। जो रैयत अपनी जमीन का ब्यौरा अबतक समर्पित नहीं किए हैं, 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा कर दें।
भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक श्री कमलेश कुमार सिंह ने शास्त्रीनगर स्थित राजस्व सर्वे प्रशिक्षण संस्थान में आज स्वघोषणा की प्रगति की जिलावार समीक्षा की। दूसरे चरण के जिन 18 जिलों में भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू हुआ है उनमें सर्वाधिक संतोष जनक प्रगति दरभंगा जिले की रही। जिले में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से आजतक कुल 750989.00 स्वघोषणा प्राप्त है। इनमें से रैयतों द्वारा सीधे ऑनलाइन माध्यम से 630832.00 स्वघोषणा को समर्पित किया गया है।