मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश में गरीबी उन्मूलन और विकास की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कहा कि अगले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश को गरीबी रेखा से पूरी तरह मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के हर नागरिक का जीवन स्तर इतना उठाने का प्रयास कर रही है कि वे सम्मान के साथ खुद को यूपीवासी कह सकें।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पहले चरण में 13.57 लाख परिवारों को चिह्नित किया गया है, जिनका जीवन स्तर अगले दो वर्षों में इस स्तर तक बढ़ाया जाएगा कि हर परिवार सालाना 1.25 लाख से 1.5 लाख रुपये तक कमा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आठ वर्षों में लगभग छह करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठाए गए हैं।
उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले की स्थिति किसी से छिपी नहीं थी। केंद्र सरकार की योजनाओं को यूपी में लागू नहीं किया गया, जिससे गरीबों को उनका हक नहीं मिला। लेकिन अब प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, अटल आवासीय विद्यालय जैसी कई योजनाओं के माध्यम से गरीबों को सशक्त किया जा रहा है।
योगी ने कहा कि कानून व्यवस्था और सुशासन के चलते यूपी को देश-विदेश में नई पहचान मिल रही है। अयोध्या में रामलला मंदिर के निर्माण और प्रयागराज के महाकुंभ ने प्रदेश की छवि को और मजबूत किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। ओडीओपी योजना के तहत प्रदेश से लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात हो रहा है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन के माध्यम से 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 60 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।