नोएडा की युवती से साइबर ठगों ने 13.14 लाख ठगे , 4 दिन तक रखा डिजिटल अरेस्ट
साइबर अपराधियों ने बनाया शिकार, 4 दिन तक धमकाते रहे
नोएडा की एक कंपनी में कार्यरत शाहगंज निवासी युवती नेहा साइबर ठगी का शिकार हो गई। ठगों ने आधार कार्ड के जरिए प्रतिबंधित ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट भेजने का आरोप लगाकर उन्हें चार दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखा। खुद को पुलिस अधिकारी बताकर वीडियो कॉल के जरिए धमकाया और ₹13.41 लाख खाते में जमा करवा लिए। पीड़िता ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है।
ब्लू डार्ट कर्मचारी बनकर किया पहला कॉल
नेहा ने पुलिस को बताया कि 8 फरवरी को उनके पास एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ब्लू डार्ट कंपनी से राहुल बताया और कहा कि उनके नाम से बैंकॉक में एक कूरियर भेजा जा रहा था, जिसका रिसीवर जियांग नाम का व्यक्ति है।
ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट का झांसा
कॉल करने वाले ने दावा किया कि पैकेज में 5 पासपोर्ट, 3 डेबिट कार्ड, एक लैपटॉप, कुछ कपड़े, 5000 अमेरिकी डॉलर कैश और 500 ग्राम प्रतिबंधित एमसीएमडी ड्रग मिली है। उसने बताया कि इस ड्रग्स की भारत में सख्त पाबंदी है और इसके लिए 10 साल की सजा हो सकती है।
CBI नोटिस और फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर धमकी
इसके बाद ठगों ने CBI का फर्जी नोटिस भेजा और खुद को पुलिस अधिकारी बताकर वीडियो कॉल की। लगातार चार दिन तक धमकाते हुए कहा कि अगर उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए पैसे नहीं दिए तो उन्हें जेल हो सकती है। डर के कारण पीड़िता ने ₹13.41 लाख उनके बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस ने दर्ज किया केस
घटना के बाद जब युवती को ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में जुटी है।