दमोह जिले के हटा में शादी के चंद घंटे पहले पिता की मौत, बेटी की डोली और पिता की अर्थी एक ही दिन उठी
दमोह जिले के हटा में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहाँ एक पिता अपनी बेटी की शादी के चंद घंटे पहले ही चल बसा। हटा ब्लॉक के चकरदा गांव में 16 जनवरी को बेटी के सात फेरे हुए, जबकि 15 जनवरी की रात पिता की मृत्यु हो गई। इस हृदय विदारक घटना ने वहां मौजूद हर व्यक्ति को आंसू बहाने पर मजबूर कर दिया। एक ही दिन बेटी की डोली और पिता की अर्थी उठी, जिससे पूरा गांव गमगीन हो गया।
पिता अशोक रैकवार, जो चार साल से कैंसर से जूझ रहे थे, पेशे से मजदूर थे। अशोक रैकवार की आठ बेटियाँ थीं और उन्होंने अपनी दूसरी बेटी शांति की शादी सागर निवासी अंकित रैकवार से तय की थी। शादी की सभी तैयारियाँ पूरी हो चुकी थीं, बारात 16 जनवरी को आनी थी। लेकिन 15 जनवरी की रात अशोक रैकवार का निधन हो गया।
परिजनों ने सुबह अशोक रैकवार का अंतिम संस्कार किया और बाद में गांव के एक मंदिर में बेटी की शादी की रस्में पूरी कर उसे विदा किया। इस दौरान, ग्रामीणों ने बेटी शांति को धीरज बंधाया और विवाह की प्रक्रिया में सहयोग किया। आसपास के सभी लोग इस दुखद घटना की खबर सुनकर पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। विधायक उमादेवी खटीक ने परिवार को 5000 रुपये की राशि प्रदान की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
शादी के दिन, गांववालों ने पूरे कार्यक्रम की कमान संभाली और रिश्तेदारों के सहयोग से सभी व्यवस्थाएं की। दोपहर में धूमा गांव स्थित एक मंदिर में शादी की सभी रस्में पूरी की गईं। शाम को शांति की शादी की औपचारिक रस्में संपन्न हुईं और उसे ससुराल विदा किया गया।