हिमाचल प्रदेश में बारिश-बर्फबारी के बाद शीतलहर का प्रकोप, कोहरे से बढ़ी दिक्कतें
हिमाचल प्रदेश में हालिया बारिश और बर्फबारी के बाद शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को मौसम साफ होने के बावजूद, निचले पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे के कारण लोगों की परेशानियां बरकरार हैं। राज्य के 10 स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही बाधित है।
ऊपरी शिमला के कई रूटों पर बस सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिले में भी बर्फबारी के कारण हालात खराब बने हुए हैं। लाहौल की पुलिस चौकी कोकसर ने रोपसंग नाला के पास फंसे एक वाहन और उसमें सवार लोगों को सुरक्षित निकालने में सफल रही है।
बर्फबारी के बाद जिला कुल्लू और लाहौल में लगभग 145 सड़कें बंद हैं, जिससे स्थानीय निवासियों की समस्याएं बढ़ गई हैं। कुछ क्षेत्रों में बिजली की भी समस्या बनी हुई है। नेशनल हाईवे-3 सोलंगनाला से आगे बंद है, जबकि नेशनल हाईवे-305 घियागी से आगे अवरुद्ध है।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 18 जनवरी से राज्य के कई हिस्सों में मौसम फिर से बिगड़ने की संभावना है। 23 जनवरी को राज्य के विभिन्न स्थानों पर बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि 18 से 20 जनवरी तक ऊंचे पहाड़ों और मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है, जबकि 21 और 22 जनवरी को मध्य और उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। निचले पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से राज्य में मौसम में यह बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है। बीबीएन क्षेत्र में मौसम खुलते ही घना कोहरा छा गया, जिससे विजिबिलिटी कम हो गई है। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला-नालागढ़ में हल्की बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है और शुक्रवार सुबह से ही इलाके में घना कोहरा छाया हुआ है।
पिंजौर-नालागढ़ नेशनल हाईवे पर कोहरे के कारण वाहन चालकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 5-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है, जबकि उसके बाद 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 4-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की उम्मीद है।
न्यूनतम तापमान में अगले दो दिनों में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद राज्य के कई हिस्सों में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। इस स्थिति में, लोग ठंड से बचने के लिए पर्याप्त तैयारी करें और सुरक्षित रहें।