महाकुंभ 2025: गाजे-बाजे के साथ नया उदासीन अखाड़े का भव्य छावनी प्रवेश
प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 का भव्य आयोजन पूरे जोश और उमंग के साथ शुरू हो चुका है। सुबह 10 बजे नई उदासीन अखाड़े के संत महाकुंभ छावनी के लिए पूरे भव्यता के साथ रवाना होंगे। इस अवसर पर उत्साह और श्रद्धा का माहौल देखने को मिल रहा है।
महाकुंभ में गैर हिंदुओं के प्रवेश को लेकर शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि वंदे मातरम बोलने में जिन्हें तकलीफ होती है, उन्हें महाकुंभ में प्रवेश क्यों दिया जाए। यह बयान महाकुंभ में शामिल होने वाले सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे आयोजन की धार्मिकता और सांस्कृतिक महत्ता और भी स्पष्ट हो गई है।
इसके अलावा, केरल के एक बाबा सोने से लदे हुए हैं और उन्होंने 6 किलो सोना पहन रखा है। यह दृश्य महाकुंभ मेला की भव्यता और विविधता को और भी आकर्षक बना देता है।