बिहार में सोने-चांदी के जेवर धोने के नाम पर ठगते थे लोग, पुलिस ने इंटरस्टेट गिरोह का किया भंडाफोड़

दरभंगा जिले के सोनकी थाना क्षेत्र में एक चोर गिरोह ने सोने की ठगी के मामले को अंजाम दिया, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया। गिरोह ने एक व्यवसायी से सोना बेचने के नाम पर 3 लाख 65 हजार रुपये नकद वसूल किए, लेकिन बाद में जब सोने की जांच कराई गई तो वह नकली पाया गया। इसके बाद पीड़ित व्यवसायी ने मामले की रिपोर्ट सोनकी थाना में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने आठ जनवरी को वाहन जांच के दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ लिया, जिनके पास से 1.5 किलो नकली सोना और 50 हजार रुपये नगद बरामद किए गए। पूछताछ में इन लोगों ने अपना नाम शंकर राठौड़ (महाराष्ट्र) और हीरालाल (उत्तर प्रदेश) बताया। इनसे मिली जानकारी के बाद पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया और बहेड़ा थाना क्षेत्र के पोहद्दी गांव में किराए के मकान में छापेमारी की। यहां से पुलिस ने 8 किलो नकली सोना, 200 ग्राम चांदी के नकली आभूषण और एक लाख 15 हजार रुपये नगद बरामद किए।
गिरोह की कार्यप्रणाली
यह गिरोह गांव-घर में घूमकर कांच के बने मंदिर और अन्य डिजाइनों में बने सामानों को बेचता था। इन लोगों का तरीका यह था कि वे घरों में महिलाओं को अकेला पाकर सोने के आभूषण की सफाई करने का भरोसा देते थे और मौके का फायदा उठाकर असली सोने के आभूषणों को नकली सोने से बदल देते थे।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पांच पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महाराष्ट्र के नागपुर जिले के शंकर राठौड़, उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के हीरालाल, आगरा के प्रेम कुमार, मध्य प्रदेश के राहुल, दिल्ली के लक्ष्मण, अटारी देवी, और मीना देवी के रूप में हुई है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है और अन्य मामलों से जुड़ी जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
पुलिस का बयान
सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य बड़े पैमाने पर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे और पुलिस अब उनके अन्य मामलों का भी पता लगा रही है। पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता हासिल की है और अब इन आरोपियों से जुड़े अन्य मामलों की जांच की जा रही है।