केजरीवाल के सीएम बंगले पर 75-80 करोड़ का खर्च: CAG रिपोर्ट के आधार पर BJP का आप पर निशाना

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच एक बार फिर भाजपा ने शीश महल को लेकर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बंगले पर 75 से 80 करोड़ रुपये खर्च किए थे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि 2020 में जब दिल्ली की जनता अपने लोगों को खो रही थी।  उस समय अरविंद केजरीवाल अपना शीश महल बनवा रहे थे। किसी भी सरकारी विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई। इसके निर्माण में अनियमितताएं बरती गईं। पीडब्ल्यूडी विभाग ने 2024 में जो इन्वेंटरी घोषित की है और जो समान दिखाया है कि यह पीडब्ल्यूडी ने नहीं लगाया है, वह समान कहां से आया। वह किसका पैसा है? इसका जवाब अरविंद केजरीवाल को देना होगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर 75-80 करोड़ रुपये खर्च होने की खबरें राजनीतिक विवाद का कारण बन गई हैं। कैग (CAG) रिपोर्ट के हवाले से बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (आप) और मुख्यमंत्री केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है। विपक्ष ने इस खर्च को जनता के पैसे की बर्बादी करार दिया और इसे ‘आम आदमी’ के दावों के खिलाफ बताया।

CAG रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री आवास के पुनर्निर्माण और सजावट पर 75 से 80 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसे “शीश महल” कहा जा रहा है, जिसमें महंगे फर्नीचर, इटैलियन मार्बल, और अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि यह खर्च दिल्ली के आवास विभाग के बजट से किया गया।

बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने अपने मूल सिद्धांतों को त्याग दिया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “केजरीवाल ने भ्रष्टाचार और सादगी का विरोध करते हुए राजनीति में कदम रखा था, लेकिन अब वह जनता के पैसे पर ऐश कर रहे हैं।”

विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘आप’ ने बीजेपी के आरोपों को खारिज किया। पार्टी का कहना है कि सीएम आवास के पुनर्निर्माण का काम सरकारी नियमों और प्रक्रिया के तहत हुआ। उन्होंने इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित आरोप बताया।

यह मुद्दा आगामी चुनावों में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। आम आदमी पार्टी जहां इसे साजिश बता रही है, वहीं बीजेपी इसे जनता के सामने ‘आप’ की कथनी और करनी का अंतर दिखाने का अवसर मान रही है।

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