UP: एडीजी रमित शर्मा की पहल, नौ जिलों में पेंशनर बने पुलिस के आंख-कान

बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा ने नए साल में अपराध नियंत्रण के लिए एक नई पहल शुरू की है। सोमवार को उन्होंने सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों के साथ बैठक की, जिसमें उनसे पुलिस विभाग की मदद की अपील की। एडीजी ने बताया कि बरेली जोन के नौ जिलों में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी अब पुलिस के लिए आंख और कान की तरह काम करेंगे। वह समाज में मौजूद अपराधियों और खुराफाती तत्वों की पहचान कर पुलिस को मदद देंगे और साथ ही नई पीढ़ी को नशा और अन्य बुराइयों से बचाने के लिए भी प्रेरित करेंगे।बैठक में एडीजी ने सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों के अनुभवों की सराहना की और उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा। एडीजी ने पेंशनरों को स्मृति चिह्न भी भेंट किए। इस बैठक में एसएसपी अनुराग आर्य और अन्य नोडल अधिकारी भी मौजूद थे।
एडीजी ने बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। अब हर महीने के पहले सप्ताह में बरेली जोन के सभी थानों में पुलिस पेंशनर कल्याण संस्थान के सदस्यों की बैठक होगी। इसके अलावा, पेंशनरों की सूची को अपडेट किया जाएगा और हर तीन महीने में हल्का दरोगा और बीट कांस्टेबल पेंशनरों के परिवारों से मिलकर उनका हाल-चाल लिया जाएगा। साथ ही, पुलिस पेंशनरों के लंबित चिकित्सा बिल और अन्य वित्तीय समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाएगा।एडीजी ने यह भी कहा कि कई सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी विभाग की उपेक्षा का शिकार होते हैं, ऐसे लोगों को सम्मानित किया जाएगा और उनके अनुभवों का लाभ पुलिस विभाग के प्रशिक्षण और अपराध नियंत्रण में लिया जाएगा। इस पहल से सामुदायिक पुलिसिंग को और मजबूत किया जाएगा।