टाइगर और हाथियों के डर से गांव वाले घरों में कैद, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट

मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के पश्चिमी करंजिया वन परिक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से एक मादा टाइगर और चार हाथियों का झुंड गांवों में दहशत फैला रहा है। पंडरीपानी गांव के जंगल में इन जंगली जानवरों का डेरा होने की वजह से आसपास के आधा दर्जन गांवों के लोग घरों में कैद हो गए हैं। टाइगर और हाथियों की मौजूदगी से क्षेत्र में सुरक्षा खतरे में आ गई है, जिससे प्रशासन को कई कदम उठाने पड़े हैं।
रेंजर प्राची मिश्रा के मुताबिक, मादा टाइगर और हाथियों का यह झुंड पिछले एक सप्ताह से इलाके में सक्रिय है। मादा टाइगर ने हाल ही में एक मवेशी को शिकार बनाया, जबकि हाथियों ने चार मकानों और एक वन आवास को क्षतिग्रस्त किया और फसलों को भी भारी नुकसान पहुँचाया। इन घटनाओं के बाद, प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए स्कूलों में छुट्टी घोषित की है (25 से 29 नवंबर तक) और साप्ताहिक हाट बाजारों के आयोजन पर रोक लगाई है।
वन विभाग ने हाथियों को आगे बढ़ाने के लिए पटाखे फोड़ने और बैंड बजाने जैसे प्रयास किए, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। हाथियों द्वारा की गई क्षति को देखते हुए जिला प्रशासन ने प्रभावित लोगों को लगभग ढाई लाख रुपये का मुआवजा भी दिया है। वन विभाग और प्रशासन की टीमें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
यह मामला स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि हाथियों और टाइगर का एक ही क्षेत्र में मौजूद होना सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर खतरे को जन्म देता है।