ED की जांच, संजीव हंस और गुलाब यादव के करीबी मित्रों से पूछताछ

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में भ्रष्टाचार मामले में जेल में बंद आइएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव से जुड़े तीन अन्य आरोपितों को रिमांड पर लिया है। ईडी ने अदालत में आवेदन दिया था, जिसे सुनकर अदालत ने 26 अक्टूबर को तीनों आरोपितों को ईडी के हवाले करने का आदेश दिया। अब ईडी इन आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की योजना बना रही है। इनकी रिमांड अवधि 7 दिन निर्धारित की गई है।
ईडी पहले से संजीव हंस और गुलाब यादव से पूछताछ कर चुकी है, जिसमें दोनों ने कई सवालों के जवाब देते समय असहजता दिखाई। पूछताछ में ये जानने की कोशिश की गई कि संजीव हंस और गुलाब यादव के बीच किस तरह का संपर्क था और कैसे उन्होंने मिलकर अवैध संपत्ति अर्जित की। अब ईडी के सामने ये सवाल हैं कि ये तीन नए आरोपित संजीव और गुलाब के संपर्क में कैसे आए और इनकी काली कमाई के कारोबार में और कौन लोग शामिल हैं।
ईडी के सूत्रों के अनुसार, पहले इन तीनों आरोपितों—पुष्पराज, प्रवीण चौधरी, और शादाब खान—से अलग-अलग सवाल पूछे जाएंगे। इसके बाद इन्हें संजीव हंस और गुलाब यादव के सामने बिठाकर नए सिरे से पूछताछ की जाएगी। इस प्रक्रिया से कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
ईडी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन सभी आरोपितों की अवैध संपत्ति और उनके बीच के संपर्क के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा, यह भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि काली कमाई में किसकी हिस्सेदारी सबसे अधिक थी और इस अवैध गतिविधि में अन्य कौन से लोग शामिल थे।
संजीव हंस की संलिप्तता वाले करोड़ों रुपये के अवैध धन शोधन के मामले में यह पूछताछ महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ईडी ने इन तीनों आरोपितों को पहले 14 दिनों की रिमांड पर लेने की प्रार्थना की थी, लेकिन अदालत ने केवल 7 दिनों की रिमांड स्वीकृत की। इससे इस मामले की गहराई और जटिलता का अंदाजा लगाया जा सकता है।