बगहा, सीतामढ़ी और शिवहर: बाढ़ ने लिया विकराल रूप, लाखों लोग प्रभावित

राज्य ब्यूरो, पटना से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा-एक प्रखंड में गंडक नदी में आए उफान के कारण चंपारण तटबंध टूट गया है। यह घटना नदी के बाएं किनारे स्थित तटबंध के साथ हुई, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है। जल संसाधन विभाग के इंजीनियर और कर्मचारी तटबंध की मरम्मत के कार्य में जुट गए हैं, ताकि जल प्रवाह को नियंत्रित किया जा सके और संभावित नुकसान को कम किया जा सके।
इस मामले में जल संसाधन विभाग के अपर सचिव नवीन ने बताया कि तटबंध की स्थिति की निगरानी और जिला प्रशासन के साथ समन्वय में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, बगहा पर कमी और कोताही का आरोप लगाया गया है। इस आरोप के तहत कार्यपालक अभियंता निशिकांत कुमार को निलंबित कर दिया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विभाग इस घटना को लेकर गंभीर है और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
तटबंध टूटने से स्थानीय लोगों की सुरक्षा और जीवन यापन पर खतरा मंडरा रहा है। कई गांवों में बाढ़ के पानी प्रवेश कर गया है, जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं, ताकि प्रभावित परिवारों की सहायता की जा सके।
यह घटना न केवल बाढ़ प्रबंधन के प्रति प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि भविष्य में ऐसे हालात से निपटने के लिए बेहतर तैयारी की आवश्यकता की ओर भी इंगित करती है। स्थिति को देखते हुए स्थानीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है।