Mandi: नेरचौक मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टरों ने स्टाइपेंड न मिलने पर हड़ताल शुरू की।

श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज, नेरचौक में 130 प्रशिक्षु डॉक्टरों ने चार महीने से स्टाइपेंड न मिलने के विरोध में काम बंद कर दिया है। इन डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनका लंबित स्टाइपेंड नहीं दिया जाएगा, तब तक वे अपनी सेवाओं को पूरी तरह से बंद रखेंगे। उन्होंने इस समस्या का कारण प्रशासन को सरकार से बजट न मिलने के रूप में बताया है।प्रशिक्षु डॉक्टरों ने प्रशासन और हिमाचल सरकार से अनुरोध किया है कि उन्हें जल्द से जल्द स्टाइपेंड का भुगतान किया जाए ताकि वे अपनी सेवाओं को सही तरीके से जारी रख सकें। डॉक्टरों के अनुसार, बिना स्टाइपेंड के उनका गुजारा करना बहुत मुश्किल हो गया है और वे मानसिक व आर्थिक दबाव का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह स्थिति उनके पेशेवर जीवन और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण हो रही है।
डॉक्टरों ने यह भी बताया कि वे मरीजों की देखभाल में कोई कमी नहीं रखना चाहते, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने प्रशासन से यह भी अपील की है कि उनकी स्थिति को समझते हुए शीघ्र समाधान निकाला जाए ताकि उनके कार्य में कोई विघ्न न आए।इस समय, प्रशिक्षु डॉक्टरों के हड़ताल के कारण अस्पताल में सेवाओं पर असर पड़ने की संभावना है। यह मुद्दा राज्य सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है, और उन्हें इस समस्या का समाधान निकालने के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।