मधवलिया आत्मनिर्भर गोसदन की ओर अग्रसर प्रशासन, गोकाष्ठ और वर्मी कंपोस्ट से हो रही आय, सोलर प्लांट और बांस रोपण की तैयारी

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आनंद पब्लिक, महराजगंज (उप संपादक अरुण वर्मा)

निचलौल/महराजगंज।  महराजगंज के मधवलिया में स्थित गोसदन को आत्मनिर्भर और मॉडल गौ संरक्षण केंद्र बनाने की दिशा में प्रशासन ने तेज़ी से कार्य करना शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी ने हाल ही में गोसदन परिसर का निरीक्षण कर वहां चल रही गतिविधियों का जायजा लिया और कई अहम दिशा-निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान गोकाष्ठ निर्माण, वर्मी कंपोस्ट, भूसा और हरे चारे की स्थिति की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने परिसर में नियमित सफाई सुनिश्चित करने, विशेष सफाई अभियान चलाने और जल आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था बनाए रखने हेतु सोलर ट्यूबवेल लगाने का प्रस्ताव दिया। साथ ही गोसदन की भूमि पर सोलर प्लांट लगाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश भी दिया गया है।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा अब तक 143 कुंतल गोकाष्ठ का निर्माण किया गया है, जिसमें से 93 कुंतल की बिक्री ₹500 प्रति कुंतल की दर से की गई, जिससे गोसदन को 9300 और समूह को 37200 की आय प्राप्त हुई। इसी प्रकार, 550 कुंतल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हुआ, जिसमें से 342 कुंतल की बिक्री से गोसदन को 48000 और समूह को 1,79,772 की आमदनी हुई है। जिलाधिकारी ने इन उत्पादों के लिए बेहतर मार्केट लिंकेज उपलब्ध कराने की बात कही है।

पशुओं के लिए भूसा और हरे चारे की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए हरे चारे के उत्पादन को बढ़ावा देने और गोसदन की खाली भूमि पर बांस का रोपण कराने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे अतिरिक्त आय का स्रोत विकसित किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें ताकि गोसदन अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति स्वयं कर सके और एक आत्मनिर्भर, उदाहरणीय मॉडल गोसदन के रूप में विकसित हो।

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