अमरकंटक: ज्वालेश्वर धाम में बाघ की दस्तक, पहले कुत्ते को बनाया शिकार, फिर गाय को ले गया

अनूपपुर जिले के पवित्र तीर्थ स्थल अमरकंटक में बाघ की गतिविधियों ने श्रद्धालुओं और स्थानीय ग्रामीणों को भयभीत कर दिया है। अमरकंटक से 8 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध ज्वालेश्वर धाम में बाघ की सक्रियता की पुष्टि हुई है। बीती रात बाघ ने एक कुत्ते और एक गाय को अपना शिकार बनाया। गाय को वह लेंटाना की झाड़ियों में खींच ले गया और वहीं उसका सेवन किया।
अन्नपूर्णा मंदिर के सीसीटीवी कैमरों में बाघ की स्पष्ट तस्वीरें दर्ज हुई हैं, जो उसकी सक्रियता को प्रमाणित करती हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने घटना की जानकारी तुरंत वन विभाग को दी। इसके बाद वन विभाग के अमले ने सतर्कता बढ़ा दी है। मौके पर वन परिक्षेत्र अधिकारी वीरेंद्र श्रीवास्तव और डिप्टी रेंजर जमुना सिंह मार्को समेत अन्य अधिकारी निगरानी कर रहे हैं।
वन विभाग ने क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए हैं और ग्रामीणों व श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की हिदायत दी है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत विभाग को दें।
ज्वालेश्वर धाम धार्मिक महत्व का केंद्र है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। बाघ की मौजूदगी से दुकानें और स्थानीय गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। वन विभाग ने बाघ को सुरक्षित जंगल की ओर खदेड़ने की योजना बनाई है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।