केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का चंपारण दौरा: वल्लभाचार्य आश्रम में पत्नी संग की पूजा-अर्चना, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

Chhattisgarh News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के चंपारण में स्थित महाप्रभु वल्लभाचार्य आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी पत्नी सोनल शाह के साथ पूजा-अर्चना की। इस दौरान शाह का स्वागत रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया। चंपारण वल्लभाचार्य का जन्मस्थान होने के कारण यह स्थल विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, जिसे देखते हुए शाह का यह दौरा अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
शाह का चंपारण से पुराना नाता:
अमित शाह का चंपारण से एक पुराना और भावनात्मक संबंध रहा है। वे 2001 में अपनी माता जी को लेकर यहां आए थे, जब वे गुजरात की राजनीति में सक्रिय थे। इसके बाद 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनके चंपारण आने की योजना थी, लेकिन ऐन वक्त पर यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। चंपारण, प्रभु वल्लभाचार्य की जन्मभूमि होने के कारण विशेष धार्मिक स्थल है, जहां सालभर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। शाह के दौरे ने इस स्थान को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम:
अमित शाह के इस दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उनकी सुरक्षा पांच लेयर में की गई, जिसमें 600 जवान, 25 राजपत्रित अधिकारी, और 6 आईपीएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स का हेलीकॉप्टर नवागांव के गौठान के पास बनाए गए हेलीपैड पर ट्रायल के लिए लैंड भी किया गया। इसके बाद शाह ने लगभग 30 मिनट तक आश्रम में समय बिताया, जहां उन्होंने प्रभु वल्लभाचार्य की पूजा की।
आगे की योजना:
चंपारण में पूजा-अर्चना के बाद, अमित शाह रायपुर रवाना हो गए, जहां वे नक्सल प्रभावित 7 राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी की संयुक्त बैठक लेंगे। इस बैठक का उद्देश्य नक्सल समस्या पर रणनीतिक चर्चा और समाधान ढूंढ़ना है।