उत्तरकाशी मस्जिद विवाद: पुलिस ने फिर किया फ्लैग मार्च, आज कुछ और गिरफ्तारियों की संभावना

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उत्तरकाशी में हाल ही में हुए मस्जिद विवाद के बाद, स्थिति फिलहाल शांत है, लेकिन पुलिस पूरी तरह सतर्क है। 24 अक्तूबर को जनाक्रोश रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद से सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया है। रविवार को पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च किया, जिसमें अधिकारियों ने नागरिकों से कानून और शांति बनाए रखने की अपील की। इस मार्च का उद्देश्य समुदाय में सुरक्षा का विश्वास बढ़ाना था।बवाल के स्थल का निरीक्षण करते हुए पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का आकलन किया। उन्होंने बताया कि मामले में आगे कुछ और गिरफ्तारियों की संभावना है। जनाक्रोश रैली के दौरान उत्पन्न तनाव को देखते हुए, पुलिस ने अपनी सुरक्षा रणनीतियों को और कड़ा किया है। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने शहर की आंतरिक सड़कों और भटवाड़ी रोड पर फ्लैग मार्च किया, ताकि स्थानीय लोगों को सुरक्षा का अहसास हो सके।

विवेचना अधिकारी, पुलिस निरीक्षक मनोज असवाल ने कहा कि बवाल की घटना की जांच के तहत घटनास्थल का नियमित निरीक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के स्थानों का नक्शा तैयार किया गया है। पथराव करने वालों की पहचान के लिए पुलिस गोपनीय सूत्रों और मुखबिरों की मदद ले रही है, और पर्याप्त सबूत जुटाने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।सीओ प्रशांत कुमार ने कहा कि जनाक्रोश रैली के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की वसूली उपद्रवियों से की जाएगी। इसके लिए वीडियो फुटेज और फॉरेंसिक टीम की मदद भी ली जा रही है। तनाव की आशंका को देखते हुए शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।

महंत केशव गिरी, जो जनाक्रोश रैली में शामिल हुए थे, ने आरोप लगाया है कि अज्ञात लोगों ने उनके उपराड़ी आश्रम पर पथराव किया। इस सूचना पर बड़कोट थानाध्यक्ष दीपक कठैत ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया, जहां आश्रम की दीवार पर पथराव के निशान देखे गए। इस घटना से स्थानीय लोगों में गहरा रोष है, और वे आरोपियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।थानाध्यक्ष दीपक कठैत ने कहा कि अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि महंत केशव गिरी से बात करके मामले की और जानकारी इकट्ठा की जा रही है। इसके अलावा, आश्रम के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने सुनिश्चित किया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल और उपराड़ी गांव की प्रधान शांति बेलवाल ने भी इस घटना की सच्चाई की जांच की मांग की है। उनके अनुसार, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।

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