मधुबन-बापूधाम आरओबी से 14 किमी की दूरी घटेगी, 5 लाख से अधिक लोगों को होगा लाभ
गाजियाबाद में मधुबन-बापूधाम रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है और अगले छह महीनों में इसके पूर्ण होने की संभावना है। इस परियोजना के तहत दिल्ली-मेरठ रोड को हापुड़ रोड से सीधे जोड़ने का लक्ष्य है, जिससे क्षेत्र के निवासियों को यातायात में सुविधा होगी और यात्रा दूरी में 14 किलोमीटर की कमी आएगी।
निर्माण की वर्तमान स्थिति
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) मेरठ रोड से हापुड़ रोड की कनेक्टिविटी सुधारने के उद्देश्य से इस आरओबी का निर्माण करवा रहा है। सेतु निगम ने रेलवे ट्रैक के दोनों ओर आरओबी का 75% निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। हाल ही में रेलवे ने भी अपने हिस्से का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है, जिसमें कॉमन पिलर के लिए पाइलिंग का काम जारी है। यह आरओबी 600 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा होगा, जिसकी कुल लागत 63 करोड़ रुपये अनुमानित है।
यात्रा दूरी में कमी और समय की बचत
आरओबी के पूर्ण होने पर, हापुड़ से मेरठ या गाजियाबाद की ओर जाने वाले यात्रियों को अब 14 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। यह नया मार्ग यातायात को सुगम बनाएगा और क्षेत्र के लगभग 5 लाख निवासियों को लाभान्वित करेगा।
औद्योगिक क्षेत्र और कॉलोनियों को लाभ
मधुबन-बापूधाम योजना के औद्योगिक पॉकेट और पॉकेट-बी को यह आरओबी सीधे मेरठ रोड से जोड़ेगा, जिससे उद्यमियों और व्यापारियों को आवागमन में सुविधा होगी। इसके अलावा, गोविंदपुरम, स्वर्णजयंतीपुरम, कर्पूरीपुरम, डासना, मसूरी, सदरपुर गांव, बालाजी एंक्लेव जैसी कॉलोनियों के निवासियों को भी इस आरओबी से सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि उन्हें अब दिल्ली-मेरठ हाईवे तक पहुंचने के लिए हापुड़ चुंगी जैसे व्यस्त मार्गों से नहीं गुजरना पड़ेगा।
भविष्य की योजनाएं और कनेक्टिविटी
आरओबी के माध्यम से, हरसांव पुलिस लाइन से मधुबन-बापूधाम होते हुए दिल्ली-मेरठ हाईवे तक सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी। यह मार्ग नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (एनपीआर) से भी जुड़ेगा, जिससे लोनी और प्रस्तावित हरनंदीपुरम योजना तक आवागमन सुगम होगा। इसके अलावा, नमो भारत ट्रेन के स्टेशन तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा, जिससे क्षेत्र की परिवहन सुविधाओं में व्यापक सुधार होगा।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि दिल्ली-मेरठ रोड से हापुड़ मार्ग को सीधे जोड़ने के लिए इस आरओबी का निर्माण कराया जा रहा है, और रेलवे ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है, जिसे आगामी छह महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।