विधानसभा चुनाव का उम्मीदवार निकला वाहन चोर: दिल्ली से चोरी करता था लग्जरी कारें!

दिल्ली से चोरी करता था लग्जरी कारें
दक्षिणी दिल्ली के मेरठ स्थित किठौर विधानसभा क्षेत्र से आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) के टिकट पर 2022 का चुनाव लड़ने वाला मोहम्मद अनस उर्फ हाजी को दक्षिण पश्चिमी जिला पुलिस ने पांच अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। यह आरोपी दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य हैं, जो लग्जरी कारें चुराकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में बेचते थे।
पांच लग्जरी कारें जब्त की गईं
आरोपितों की निशानदेही पर चोरी की पांच लग्जरी कारें बरामद की गईं। गुड्डू गिरोह के चोर डिजिटल पैड का इस्तेमाल करके सॉफ़्टवेयर को अपडेट करते थे और महंगी कारों को खोलने और चलाने में माहिर थे। आरोपितों के पास विभिन्न उपकरण और फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद हुए।
दक्षिण पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने रविवार को मामले की जानकारी दी, जिसमें बताया गया कि क्षेत्र में लगातार हो रही कार चोरी के मामलों को लेकर टीम को ठोस सुराग मिले। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद आरोपितों के मेरठ और मुजफ्फरनगर में होने की जानकारी प्राप्त हुई।
गुड्डू गिरोह के छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया
टीम ने 15 दिनों तक अभियान चलाकर शातिर गुड्डू गिरोह के छह आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनमें से पवन उर्फ पन्नू और मोहम्मद फरियाद उर्फ फरी पर चोरी के 12 मामले दर्ज हैं। दोनों महंगी कारें चुराने के लिए साफ्टवेयर और मैकेनिकल उपकरणों का इस्तेमाल करते थे। वहीं, मेरठ निवासी मोहम्मद अनस उर्फ हाजी पर छह और मुकीम उर्फ मुक्की पर सात चोरी के मामलों में संलिप्तता है।
वे साफ्टवेयर का उपयोग करके कार का लॉक खोलते थे
आरोपितों की निशानदेही पर राजौरी गार्डन थाना क्षेत्र से चोरी की गई टोयोटा फार्च्यूनर, बुध विहार थाना क्षेत्र से चोरी की स्विफ्ट डिजायर, और पंजाबी बाग तथा इंद्रपुरी से चोरी की तीन मारुति ब्रेजा बरामद की गई। इसके साथ ही, पुलिस ने पांच फर्जी नंबर प्लेट, 17 डुप्लीकेट चाबियां, एक टैबलेट जिसमें इंस्टाल किया गया ओब्डस्टार साफ्टवेयर था, दो रिमोट चाबियां आदि भी बरामद की।
इस मामले में टीम ने पवन कुमार उर्फ पन्नू (अंबेडकर नगर, दिल्ली), फरियाद उर्फ फरी (मेरठ, उत्तर प्रदेश), प्रशांत कुमार (बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश), मोहम्मद अनस उर्फ मोनू (मेरठ, उत्तर प्रदेश), समीर, और मुकीम उर्फ मुक्की (दोनों शामली निवासी) को गिरफ्तार किया है। वहीं, गड्डू और सलीम अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
एक गाड़ी चुराने पर उन्हें एक लाख रुपये मिलते थे
पवन उर्फ पन्नू ने बताया कि वह मोहम्मद फरियाद और प्रशांत के साथ मिलकर दिल्ली एनसीआर से फार्च्यूनर, अर्टिगा, बलेनो जैसी कारें साफ्टवेयर की मदद से चुराते थे, जिससे कार का लॉक खुल जाता था। इसके बाद वे मेरठ निवासी मोहम्मद अनस उर्फ हाजी के साथ कारों को बेचने का सौदा करते थे। हाजी के निर्देश पर समीर और गुफरान कारें दिल्ली से मेरठ ले जाते थे।
पिछले दो महीनों में, आरोपितों ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से 25-30 कारें चुराने का खुलासा किया है। चोरी की कार के लिए मोहम्मद अनस पवन और उसके साथियों को 50 हजार से एक लाख रुपये देता था। इसके बाद मोहम्मद अनस और मुकीम कारें गड्डू निवासी मेरठ और सलीम निवासी मुजफ्फरनगर, यूपी को बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे।