पराली जलाने पर प्रशासन की सख्ती: Karnal में चार किसानों के खिलाफ दर्ज हुआ केस!

पराली जलाने पर प्रशासन की सख्ती: Karnal में चार किसानों के खिलाफ दर्ज हुआ केस!

Karnal में चार किसानों के खिलाफ दर्ज हुआ केस

पानीपत में उपायुक्त वीरेन्द्र कुमार दहिया ने शुक्रवार को फसल खरीद को लेकर संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई और मंडियों में उचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में पराली प्रबंधन पर जोर देते हुए चेतावनी दी कि जिले में पराली जलाने की कोई भी घटना हुई, तो तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज की जाएगी। अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एस.डी.एम. को मंडियों के दौरे करने का निर्देश भी दिया।

डी.एस.पी. सतीश वत्स को उन्होंने एस.एच.ओ. को दिशा-निर्देश देने के लिए कहा। कृषि विभाग के उपनिदेशक को बेलरों की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने बताया कि गांजबड़ में रिफाइनरी के एथनॉल प्लांट की तरफ से पराली लेने की व्यवस्था की गई है, जिससे किसान संपर्क कर सकते हैं। किसानों से अपील की गई कि वे पराली जलाने के बजाय उसका उचित प्रबंधन करें।

उपायुक्त डा. दहिया ने मंडियों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध समय पर किए जाने चाहिए, ताकि धान बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके साथ ही, उन्होंने मंडियों में सड़कों की मरम्मत, लाइटों की व्यवस्था और शौचालयों की उचित देखभाल का भी निर्देश दिया।

उन्होंने बताया कि मोटे धान की सरकारी खरीद कॉमन धान के लिए 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए के लिए 2320 रुपये प्रति क्विंटल होगी। उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे धान को सुखाकर ही मंडियों में लाएं, क्योंकि धान की नमी 17 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। इससे अधिक नमी होने पर कटौती की जाएगी, जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने में अधिक समय नहीं लगेगा। मंडियों में नमी मापक यंत्र भी स्थापित किए जाएंगे।

अन्य राज्यों से धान की आवक को रोकने के लिए नाकेबंदी की गई

उपायुक्त ने डी.एस.पी. को निर्देशित किया कि वे अन्य राज्यों से आने वाले मार्गों पर नाके स्थापित करें ताकि अवैध धान की आवक जिले में न हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित के प्रति प्रतिबद्ध है और उन्हें किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करने दिया जाएगा।

बैठक में ए.डी.सी. डॉ. पंकज यादव, एस.डी.एम. पानीपत ब्रह्म प्रकाश, एस.डी.एम. समालखा अमित कुमार, एस.डी.एम. इसराना ज्योति मित्तल, सी.टी.एम. टीनू पोसवाल, डी.आर.ओ. रणविजय, डी.एफ.एस.सी. नीतू, डी.एम.ई.ओ. महावीर सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

ई-खरीद मोबाइल ऐप के जरिए मंडी में किसानों के आगमन का समय और तारीख निर्धारित किया जाएगा

डा. दहिया ने बताया कि ई-खरीद मोबाइल ऐप के माध्यम से किसान अपनी मंडी में आने की अनुमानित तिथि प्रदान कर सकते हैं, जिससे उनकी परेशानी कम होगी। यह ऐप एंड्रॉइड मोबाइल पर प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा सकती है, और इसमें क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा है, जिससे संबंधित किसान को उस तिथि की जानकारी मिल सकेगी।

पहले किसानों को मंडी में जाकर क्यूआर कोड स्कैन करवाना होता था ताकि उनकी फसल की एंट्री हो सके। उन्होंने संबंधित मार्केट सचिवों को कड़े निर्देश दिए कि यदि किसी अनाज मंडी में गौवंश दिखाई दिया, तो संबंधित सचिव पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने मंडियों की दीवारों को तोड़कर आम आवाजाही बनाने पर रोक लगाने की बात कही और चेतावनी दी कि यदि कोई ऐसा करता है, तो कैमरे लगवाकर उस व्यक्ति के खिलाफ एफ.आई.R. दर्ज करवाई जाएगी।

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