दिल्ली में इतिहास रचने की तैयारी: आतिशी बनीं नई मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक में मिली मंजूरी!

विधायक दल की बैठक में मिली मंजूरी!
दिल्ली की राजनीति में इस समय की सबसे बड़ी खबर सामने आई है। विधायक दल की बैठक में आतिशी को नई नेता के रूप में चुना गया है, यानी अब दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी होंगी। इस प्रस्ताव को केजरीवाल ने बैठक में पेश किया था।
सीएम पद की दौड़ में दो नाम
विधायक दल की बैठक से पहले सीएम पद की दौड़ में दो नाम थे: आतिशी और कैलाश गहलोत। बैठक से पहले, आप नेता सौरभ भारद्वाज ने स्पष्ट कर दिया था कि केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता को सीएम नहीं बनाएंगे, और उन्होंने बताया कि सुनीता केजरीवाल इस पद के लिए इच्छुक नहीं हैं।
सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी ऐसा नेता चाहती थी जो सिस्टम और काम के बारे में अच्छी तरह से जानता हो और अनुभव भी रखता हो। इसी कारण सीनियर आप नेता मनीष सिसोदिया ने आतिशी के नाम पर जोर दिया।
राजनीति में आने से पहले आतिशी एक शिक्षक
आतिशी को आम आदमी पार्टी के सबसे पढ़े-लिखे नेताओं में गिना जाता है। राजनीति में आने से पहले वह एक शिक्षक थीं और उन्होंने ऑक्सफोर्ड से शिक्षा प्राप्त की है। अरविंद केजरीवाल के जेल में होने के दौरान, आतिशी ने खुलकर पार्टी का पक्ष रखा और मीडिया के सामने भी पार्टी की स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत किया।
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला सीएम होंगी। उनसे पहले शीला दीक्षित साल 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली की सीएम रही थीं। शीला दीक्षित से पहले सुषमा स्वराज साल 1998 में दिल्ली की सीएम बनी थीं। सुषमा स्वराज के रूप में दिल्ली को पहली महिला सीएम मिली थीं। हालांकि वह इस पद पर केवल 52 दिनों के लिए रही थीं।
दरअसल प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था। इस दौरान सुषमा स्वराज को सीएम बनाया गया था। इसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी हार गई थी और फिर कांग्रेस से शीला दीक्षित दिल्ली की सीएम बनी थीं।